
15 जून से 30 जून तक धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत किया जाएगा लोगों को जागरूक
डीजे न्यूज, धनबाद:
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जनजातीय समुदायों के समग्र विकास के लिए एक व्यापक योजना है जो बुनियादी सुविधाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका में सुधार कर उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करने का लक्ष्य रखती है।
उपायुक्त माधवी मिश्रा ने बताया कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान एक व्यापक योजना है। जिसका उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में समग्र विकास को बढ़ावा देना है। इसके तहत 15 से 30 जून तक धनबाद जिला में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे, जिसमें जनजातीय गांवों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाना और जनजातीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना शामिल है।
इसके तहत सबको पक्का घर, हर घर नल से जल, गांव गांव तक सड़क, हर घर बिजली, हर घर सोलर से बिजली, शिक्षा के लिए हॉस्टल, दूर दराज गांवों तक मोबाइल मेडिकल यूनिट, मोबाइल मेडिकल वैन सुविधा, सभी को वन पट्टा उपलब्ध कराना, कौशल विकास योजना का लाभ, कृषि के क्षेत्र में प्रोत्साहन, पीएम मत्स्य संपदा योजना का लाभ देना, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज योजना का लाभ, स्वदेश दर्शन, जनजातीय द्वारा बनाए प्रोडक्ट को मार्केट तक पहुचाने के लिए मल्टी पर्पस मार्केटिंग सेंटर बनाने, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ, फ्री एलपीजी कनेक्शन प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देना, सबको पोषण, आंगनबाडी केंद्र, पोषण वाटिका समेत कई विभिन्न योजनाओं का लाभ जनजातीय लाभुकों को पहुंचाना है।
उपायुक्त ने बताया कि धनबाद जिला के तोपचांची प्रखंड अंतर्गत चलकरी ग्राम में बिरहोर जनजाति के लोगों के लिए पीएम जनमन योजना के तहत सभी प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाया गया है। चलकरी ग्राम में आवास योजना, हर घर नल से जल योजना, स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल, आंगनबाड़ी, सड़क आदि सभी प्रकार के बुनियादी सुविधाएं पहुचाई गयी है। इसके अलावा सभी घरों में राशन भी मुहैया कराया जाता है। साथ ही धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान विभिन्न योजनाओं के लाभ पहुँचाने हेतु संबंधित सभी विभाग को समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया है।
अभियान का उद्देश्य:
जनजातीय क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका में महत्वपूर्ण अंतर को दूर करना.
जनजातीय समुदायों के लिए समान अवसरों का सृजन करना. सामाजिक-आर्थिक स्तर का विकास करना. जनजातीय क्षेत्रों में सतत विकास सुनिश्चित करना.
अभियान के तहत किए जाने वाले कार्य
सामाजिक बुनियादी ढांचे में सुधार (जैसे कि आवास, कनेक्टिविटी आदि).
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार (जैसे कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना, आदि).
शिक्षा को बढ़ावा देना (जैसे कि स्कूल और छात्रावासों का निर्माण आदि).
आजीविका के अवसरों को बढ़ाना (जैसे कि कौशल विकास कार्यक्रम आदि).।