भगवान राम की शोभा यात्रा में शामिल होने से होता है भाग्योदय : कुमकुम पाण्डेय
डीजे न्यूज, गिरिडीह : भगवान राम के पदचिन्हों पर चलने वाले और भक्ति में लीन रहने वालों का होता है भाग्योदय। ऐसे व्यक्ति ही समाज और संसार मे ख्याति प्राप्त करते हैं।
ये बातें वाराणसी से आयी रामकथा की विदुषी कथावाचिका कुमकुम पाण्डेय ने अपने प्रवचन में कहीं l शहर के करीब मंगरोडीह में आयोजित रामचरित मानस यज्ञ कथावाचिका मानस प्रवचन से लोगों को धर्म का लाभ करा रही हैं।कथा में भगवान श्री राम के वनवास से लेकर भरत मिलन आदि प्रसंगों से लोगो को भाव बिहोर कर दिया। विदित हो कि 27 जनवरी से प्रारम्भ हुए इस महायज्ञ में यज्ञाचार्य डॉ. विनोद कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में चल रहे इस यज्ञ में देश के कोने कोने से विद्वान आए हैं l इस अवसर पर सोमवार को अरणि मंथन द्वारा वैदिक मंत्रों के बीच यज्ञ अग्नि भगवान का प्राकट्य हुआ और हवन प्रारम्भ किया गया। भगवान राम दरबार की सम्पूर्ण झांकी निकाली गयी। झांकी सम्पूर्ण ग्राम में सभी मंदिर के पास से घूमते हुए श्री भूतनाथ मंदिर परिसर तक कि परिक्रमा की गई। भक्तगण जय श्री राम का जयकारा लगाते हुए पुनः श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के पास लौट आए l इस जुलूस में हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण ढोल नगाड़ा बैंड बाजा और घोड़ा रथ समेत उपस्थित थे । रथ पर मनोरम झाँकी के रूप में पूरा रामदरबार सजा हुआ था। श्रद्धालुओं का उत्साह इस कदर था कि लगता था स्वयं रामलला और हनुमान जी साक्षात प्रकट हो गए हों। गौरतलब है कि इस महायज्ञ में प्रतिदिन दोपहर एवं रात्रि आने वाले सभी हजारों श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था की जा रही है। यज्ञ समापन के दिन सभी ग्रामीण एवं आनेवाले सभी श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की गयी है। यज्ञ के नगर परिभ्रमण झाँकी सहित सभी कार्यक्रम में पूरे ग्रामवासी एवं आसपास के लोग तन मन धन से पूर्ण सहयोग कर रहे हैं।