नीति आयोग की टीम ने गिरिडीह में चल रहे विकास योजनाओं का लिया जायजा

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डीजेन्यूज डेस्क : नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार सोमवार को गिरिडीह पहुंचे तथा यहां चल रहे विभिन्न विकास योजनाओं का जायजा लिया। आकांक्षी जिला की श्रेणी में शामिल गिरिडीह जिला के विकासशील कार्यों का निरीक्षण कर जायजा लिया। फिर बात चाहे कोविड केयर अस्पताल अस्पताल की हो या फिर ए.एन.एम बदडीहा, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन बेड, पीएसए प्लांट, चाइल्ड फ्रेंडली डेडीकेटेड पेडियाट्रिक वार्ड समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं की। इसके अलावा उन्होंने बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत बेरगी पंचायत में सब्जियों एवं फसलों की खेती का भी अवलोकन किया। श्री राजीव कुमार ने गिरिडीह जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में क्रियान्वित विकास योजनाओं का निरीक्षण कर जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे सक्रिय प्रयासों की सराहना की।
बताया जाता है कि आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के नेतृत्व में नीति आयोग की टीम ने गिरिडीह में चल रहे विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जिले के किसानों द्वारा किए जा रहे कृषि संबंधी कार्यों में भरपूर सहयोग किया जा रहा है। ताकि जिले के किसान कृषि संबंधी कार्यों को सरल व सुगम रूप से करते हुए अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकें। निरीक्षण के क्रम में उन्नत कृषि, खेती संबंधित कार्य, सब्जियों के उत्पादन, तालाब निर्माण, मनरेगा पार्क, दीदी बगिया, डीप बोरिंग, वर्मी कंपोस्ट, लिफ्ट इरिगेशन, माइक्रो इरिगेशन, गेहूं की खेती, आम बागवानी, नर्सरी, नाडेप, मौसमी, नींबू, अमरूद, टमाटर, अंजीर, पपीता व सिंचाई की सुविधा से संबंधित कार्यों का अवलोकन किया। तथा किसानों को कृषि संबंधित कार्यों को और बेहतर तरीके से करने हेतु प्रोत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि व्यापक स्तर पर खेती की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए ताकि अधिक से अधिक किसानों को इससे लाभ मिल सके।
आकांक्षी जिला के मानकों से संबंधित समीक्षा बैठक, दिए गए दिशा निर्देश

निरीक्षण के पश्चात उपाध्यक्ष, नीति आयोग की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला के मानकों से संबंधित बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले में चल रही योजनाओं से संबंधित पीपीटी प्रस्तुत की। उपायुक्त ने विभागवार योजनाओं के बारे में जानकारी दी। विकास कार्यों के विभिन्न मानव को जैसे स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास आधारभूत संरचनाओं का विकास, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति, हर घर में शौचालय, मॉडल विद्यालयों में एससीए मद से साइंस पार्क, ई विद्या वाहिनी के माध्यम से शिक्षकों की नियमित उपस्थिति की मॉनिटरिंग, पोषण वाटिका, ANC जांच, MTC केंद्रों की जानकारी, SAM/MAM अतिगंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान एवं प्रबंधन हेतु स्क्रीनिंग/आइडेंटीफिकेशन, सभी विद्यालयों में शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, हर घर नल से जल की प्रगति की समीक्षा कर विभिन्न मानकों के संबंध में जानकारी ली। आकांक्षी जिला अंतर्गत नीति आयोग के सूचक के लक्ष्य प्राप्ति से संबंधित कार्यों की विस्तृत रूप से चर्चा की गई। राजीव कुमार द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि आकांक्षी जिला के मानकों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इस दिशा में सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के साथ जिला अंतर्गत स्वास्थ्य, समाज कल्याण, कृषि व शिक्षा के क्षेत्र में विकासशील कार्य किये जाय। इसमें सभी पदाधिकारी अपने स्तर से गुणवत्तापूर्ण कार्य करना सुनिश्चित करें। समीक्षा बैठक में श्री राजीव कुमार ने कहा कि कौशल विकास योजना का उद्देश्य जिले के युवक/युवतियों को कौशल विकास के प्रशिक्षण हेतु जागरूक करना तथा रोजगार प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना है। उल्लेखनीय हैं की SANKALP  (Skill Acquisition and Knowledge Awareness for Livelihood Promotion) Project के तहत जिला कौशल समिति के माध्यम से युवाओं को जागरूक कर कौशल विकास विभाग द्वारा संचालित सक्षम झारखंड कौशल विकास योजना, DDU- KK मेगा स्किल केंद्र, PMKVY, आदि से सबंधित प्रशिक्षण के बारे में जानकारी प्रदान करना है। उक्त सभी प्रशिक्षण केंद्रों में युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध हैं। समीक्षा के क्रम में उन्होंने कहा कि जिले के युवकों को रोजगार से जोड़ने हेतु अधिकाधिक संख्या में प्रशिक्षण कराना सुनिश्चित किया जाए ताकि जिले के युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार की ओर अग्रसर हो सके।

बैठक के दौरान श्री कुमार ने विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बंध में पीपीटी के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी ली एवं कार्यों के क्रियान्वयन से भी अवगत हुए। कुपोषण उपचार केन्द्र एवं ब्रेस्ट फीडिंग, एएनसी, आंगनवाड़ी केंद्रों की वर्तमान स्थिति को बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने सम्बन्धित पदाधिकारी को निर्देशित किया कि एम.टी.सी सेंटर में पूर्ण क्षमता में कुपोषित बच्चों का उपचार किया जाय। सभी एम.टी.सी सेंटरों में कुपोषित बच्चों का उचित उपचार व देखभाल सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा उन्होंने शिक्षा एवं कृषि संकेतकों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया ताकि अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकें। साथ ही कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के कार्य किये जाय।

नीति आयोग की टीम में डॉ के राजेश्वर राव, विशेष सचिव, नीति आयोग, नीरज सिन्हा, वरीय सलाहकार, नीति आयोग, राकेश रंजन, निदेशक मिशन, आकांक्षी जिला कार्यक्रम, नीति आयोग, रवीन्द्र प्रताप सिंह, निजी सचिव उपाध्यक्ष, नीति आयोग शामिल थे।

वहीं बैठक के दौरान उपरोक्त के अलावा अधिसूचित उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जनसंपर्क, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, एलडीएम, एडीपीओ, जिला कौशल पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, उप निदेशक, आत्मा, पिरामिल फाउंडेशन के आकांक्षी अधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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