प्रेमचंद के साहित्य में बालमनोविज्ञान मार्मिक रूप में व्याख्यायित

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प्रेमचंद के साहित्य में बालमनोविज्ञान मार्मिक रूप में व्याख्यायित 

प्रेमचंद जयंती समारोह का आयोजन 

डीजे न्यूज, गिरिडीह : प्रेमचंद जयंती के अवसर पर सोमवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय कुरहोबिन्दो में समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रेमचंद की प्रतिमा पर छात्र-छात्रओं एवं शिक्षकों द्वारा पुष्पार्पण किया गया। संचालन करते हुए डॉ. शैलेन्द्र कुमार शुक्ल ने प्रेमचंद के कथा साहित्य पर प्रकाश डाला। कई प्रासंगिक पहलुओं पर चर्चा की और कहा प्रेमचंद के साहित्य में बालमनोविज्ञान बहुत मार्मिक रूप में व्याख्यायित हुआ है। इसके बाद विद्यालय के विद्यार्थी डब्लू कुमार, अमित, मुस्कान, नंदिनी, शिवानी आदि ने प्रेमचंद की कहानियों पर अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य अतिथि के रूप में उदित कुमार देव ने प्रेमचंद की मशहूर कहानी ईदगाह के मार्मिक प्रसंगों की चर्चा करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें विस्तार से कहीं। मुख्य वक्ता रवि कुमार यादव ने प्रेमचन्द की कहानी ‘सद्गति’ और बड़े ‘भाई साहब’ पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन उपेन्द्र कुमार अग्रवाल का रहा। उन्होंने प्रेमचंद को मानवीय मूल्यों का पक्षधर बताया। विशिष्ट वक्ता के रूप में दिनेश कुमार यादव ने प्रेमचंद के उपन्यास साहित्य पर अपना वक्तव्य दिया। कार्यक्रम के अंत में सनोज कुमार ने प्रेमचंद की कहानी ‘दो बैलों की कथा’ को स्वतंत्रता संघर्ष से जोड़ते हुए गंभीर बातें कहीं। उन्होंने उपस्थित विद्यर्थियों और शिक्षकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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