मलेशिया में फंसे मजदूरों ने वीडियो जारी कर सुनाई अपनी करूण व्यथा
मलेशिया में फंसे मजदूरों ने एक वीडियो जारी करते हुए करूण व्यथा सुनाई है। आर्थिक तंगी व वतन वापसी की बैचेनी साफ झलक रही है। राज्य सरकार, भारत सरकार समेत अन्य प्रतिनिधियों से वतन वापसी की गुहार लगायी है। दो मिनट अटठाइस सेकेंड के इस विडियो में दाने- दाने को मोहताज मजदूरों के दुखों की दास्तां है।
मालूम हो कि मलेशिया में झारखंड के तीस मजदूर फंसे हुए हैं। मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर के बेंटोंग से जारी वीडियो में मजदूरों ने बताया कि वे सभी तीन साल के एग्रीमेंट पर लीडमास्टर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन बीएचडी में काम करने गए थे। ये सभी 30 जनवरी 2019 को बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के तिसकोपी निवासी वासुदेव महतो और चैन्नई के एजेंट शिवम द्वारा मलेशिया भेजे गये थे।
प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब दलालों के चक्कर में पड़ कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस जाते हैं और पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें दलाल द्वारा मजदूरों को ज्यादा रुपए कमाने का लालच देकर विदेशो में भेज देते हैं और वे विदेश जाकर फंस जाते हैं।
वर्तमान में मजदूरों का वीजा खत्म हो गया है लिहाजा सभी मजदूर गुलाम की तरह दिन बीता रहे हैं। और भी जानने के लिए पढ़ें
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