राजधनवार में वट सावित्री पूजा की धूम
राजधनवार में वट सावित्री पूजा की धूम
सुबह से ही सज-धजकर महिलाएं पूजा के लिए बरगद पेड़ के पास जुटने लगी थी, बरगद पेड़ की परिक्रमा कर की पति की लंबी आयु की कामना
डीजे न्यूज, राजधनवार, गिरिडीह : पति की लंबी आयु के लिए महिलाओं द्वारा किया जाने वाला पर्व वट सावित्री पूजा गुरुवार को राजधनवार में धूमधाम से मनाया गया। प्रखंड के विभिन्न इलाकों में महिलाएं सुबह से ही सज-धज कर बरगद के पेड़ के पास पूजा करने पहुंचीं।
बरगद के वृक्ष के चारों ओर सूत के धागे के साथ परिक्रमा करते हुए महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु की कामना की। सुबह धूप कम रहने की वजह से महिलाओं की ज्यादा भीड़ नजर आई। चढ़ते सूरज के साथ भी महिलाओं की संख्या बढ़ती गई। गर्मी के असर से दूर महिलाएं वट वृक्ष की पूजा के लिए आतुर दिखीं।
वट वृक्ष की परिक्रमा करके बांधा कच्चा धागा
सुबह पूरे घर की सफाई करने के बाद एक बांस की टोकरी में वट सावित्री व्रत की पूजा की सामग्री, सत्यवान-सावित्री की मूर्ति, बांस का पंखा, लाल धागा, धूप, मिट्टी का दीपक, घी, फूल, फल, चना, रोली, कपड़ा, सिंदूर, जल से भरे हुए पात्र को व्यवस्थित कर पूजा शुरू की गई। परंपरागत तरीके से पूजा करने के बाद महिलाओं ने वट वृक्ष के तने पर कच्चा धागा लपेटते हुए पांच, 11, 21, 51 या 108 बार परिक्रमा की।
परिक्रमा के पश्चात वट सावित्री व्रत की कथा सुनी और बांस की टोकरी में वस्त्र, फल, मिठाई आदि रखकर दान किया। वट सावित्री व्रत को सौभाग्य, दीर्घायु और आरोग्य प्रदान करने वाला व्रत माना जाता है। हिंदूू धर्म में ऐसी मान्यता है कि जो भी स्त्री वट सावित्री व्रत रखती है, उसका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। पति को दीर्घायु मिलती है। इस व्रत की मान्यता करवा चौथ व्रत के सामान ही है।