सरकारी स्कूलों के बच्चों का भविष्य बना रहे हैं कोडरमा के दो युवा आइएएस अधिकारी

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डीजे न्यूज, कोडरमा : कोडरमा जिले के दो युवा आइएएस अधिकारी उपायुक्त आदित्य रंजन और सदर अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार सरकारी स्कूल के छात्रों की प्रतिभा में निखार ला रहे हैं। उनका उद्देश्य न केवल अच्छा रिजल्ट लाना है, बल्कि बच्चों के अंदर वह धार भी पैदा करना है जिससे वह आगे चलकर बड़े स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए खुद को मानसिक एवं बौद्धिक रूप से तैयार कर सकें। जिले में अपने पदस्थापन के बाद ही गत वर्ष सितंबर माह में उपायुक्त् आदित्य रंजन ने अपने नवाचार के तहत प्रोजेक्ट रेल ( रेग्युलर एसेसमेंट फार इंप्रूव्ड लर्निंग) की शुरूआत की थी। इसका परिणाम जैक बोर्ड की परीक्षा में देखने को मिला। जैक बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में कोडरमा जिला पूरे 98.126 प्रतिशत रिजल्ट के साथ पूरे राज्य में अव्वल रहा। वहीं 12वीं साइंस में भी कोडरमा करीब 98 प्रतिशत रिजल्ट के पूरे राज्य में नंबर वन स्थान हासिल किया। इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इस वर्ष फिर से इसकी शुरूआत की गई। शुक्रवार को इसकी साप्ताहिक टेस्ट परीक्षा में जिलेभर के करीब 10 हजार छात्र विभिन्न केंद्रों में शामिल हुए।
डीसी एवं एसडीओ ने परीक्षा के दौरान बच्चों को कई टिप्स दिए और आनेवाली मुख्य परीक्षा के लिए तैयार रहने
को लेकर प्रेरित किया।
टेस्ट परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र का पैटर्न आगामी मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा को ध्यान में रखकर उपायुक्त एवं एसडीओ के नेतृत्व में गठित शिक्षकों की टीम द्वारा तैयार किया गया था। साथ ही सभी विद्यालयों में सुचारू और सही ढंग से परीक्षा हो, इसे सुनिश्चित करने हेतु अपने-अपने प्रखंडों में आनेवाले विद्यालयों का प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों ने विद्यालयों का दौरा कर जायजा लिया। टेस्ट के दौरान शिक्षकों द्वारा बच्चों को प्रश्न पत्र का पैटर्न समझाया गया। मौके पर टेस्ट को लेकर सभी बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला। परीक्षा दे रहे बच्चों ने बताया कि विद्यालय में अगर इस प्रकार हर हफ्ते विषयवार टेस्ट का आयोजन किया गया तो हम सत्र के शुरुआत से ही मुख्य परीक्षा के लिए तैयार रहेंगे। जिससे मैट्रिक व इंटरमीडिएट के मुख्य परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा स्कोर करने में आसानी होगी। साथ अंतिम समय में हम डरेंगे नहीं बल्कि आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे।
उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि पिछले साल प्रोजेक्ट रेल की सफलता को देखते हुए एक बार फिर से जिले में प्रोजेक्ट रेल की शुरुआत की जा रही है। इसके तहत स्कूल में लगातार टेस्ट का आयोजन होने से सबसे पहले तो सभी स्कूलों में एक यूनिफार्म सिलेबस चलेगा और समय रहते पूरे सिलेबस को हर स्कूल में पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही बच्चों का लर्निंग आउटकम का पता चल पाएगा। इधर एसडीओ मनीष कुमार ने बताया कि
जिले के विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का माहौल विकसित करने एवं आगामी मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा में बेहतर परिणाम को लेकर जिला प्रशासन कोडरमा द्वारा प्रोजेक्ट RAIL ( रेग्युलर एसेसमेंट फार इंप्रूव्ड लर्निंग) चलाया जा रहा है। जिले में इस अभियान की शुरुआत उपायुक्त आदित्य रंजन के दिशा निर्देश पर वर्ष 2021 में की गई थी। इसके अंतर्गत कक्षा दसवीं व 12वीं के बच्चों का विषयवार साप्ताहिक टेस्ट लिया जाता है, ताकि वे अध्ययन से सतत जुड़े रहे।
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प्रोजेक्ट रेल के अलावा भी डीसी आदित्य रंजन व एसडीओ मनीष कुमार के प्रयास से जिले में एक्सीलेंट 200 प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसमें मैट्रिक व इंटर के 200 मेधावी बच्चों को जिले के अच्छे शिक्षकों के द्वारा कोचिंग दिलाई जाती है। इसमें कई बार डीसी आदित्य रंजन व एसडीओ मनीष कुमार अपने प्रशासनिक कार्यों से समय निकालकर यहां स्वयं भी छात्रों की कक्षा लेते हैं। इसका उद्देश्य इन छात्रों को राज्यस्तर पर टापर बनाना है। इसबार दसवीं एवं 12वीं साइंस में राज्य के टाप-10 में कोडरमा जिले के करीब आधा दर्जन से अधिक छात्र शामिल थे।
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डीसी आदित्य रंजन की पहल से कोडरमा जिले के सरकारी स्कूल में बेहतर शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रोजेक्ट इंपैक्ट की शुरुआत की गई है। प्रोजेक्ट इंपैक्ट के माध्यम से सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता, आधारभूत संरचना आदि में सुधार लाने के लिए प्रयास किया जाएगा। शुक्रवार को उपायुक्त आदित्य रंजन द्वारा समाहरणालय सभागार व अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार द्वारा परियोजना बालिका उच्च विद्यालय में जिले के विभिन्न स्कूल के 130 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।
उपायुक्त ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने स्कूल में बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा का वातावरण स्थापित करना है। हर छोटी से छोटी चीजों को बेहतर कर स्कूल में शिक्षा का माहौल स्थापित करें। स्कूल का सभी प्रकार का वातावरण में बदलाव लाना है। बच्चों के लिए चेतना सत्र की शुरुआत करें, ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। जब बच्चे स्कूल में प्रवेश करते है तो हर दिन अलग अलग तरीक़े से अभिवादन करें। बच्चों के बीच समाचार पत्र पढ़कर बताना, सामान्य ज्ञान की जानकारी देना, सुविचार, बोर्ड पर अंग्रेजी का मीनिंग का लेखन करना इत्यादि साझा करें।

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