प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ ने हेमंत सरकार को दिया अल्टीमेटम
डीजे न्यूज, टुंडी, धनबाद : बीआरसी परिसर में सोमवार को झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ टुंडी की बैठक प्रखंड अध्यक्ष अनिल राजवंशी की अध्यक्षता एवं प्रखंड सचिव कोमेश हांसदा के संचालन में हुई।
बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीक शेख, प्रदेश प्रधान सचिव सुमन कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष अभिराम मुर्मू, जिला अध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती, जिला महासचिव नीलाम्बर रजवार मुख्य रूप से शामिल थे।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीक शेख ने कहा कि झारखण्ड राज्य सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली 2021 में लागू होने के एक वर्ष के बाद भी ईपीएफ, कल्याण कोष, सेवा पुस्तिका, अनुकम्पा लागू नहीं हो सका है। इससे हेमंत सरकार के खिलाफ सहायक अध्यापकों में आक्रोश बढ़ रहा है। नियमावली की विभिन्न बिन्दुओं के लागू न होने से राज्य के सहायक अध्यापक निराश हैं।
राज्य के जयचंद, भ्रष्टाचारी नेताओं के षड़यंत्र के कारण प्रमाण पत्र की जांच एवं आकलन परीक्षा प्रभावित की गई है।
प्रधान सचिव सुमन कुमार ने कहा कि एकीकृत के नाम पर राज्य के प्रशिक्षित सहायक अध्यापक के साथ धोखा किया गया है, जिसका परिणाम है कि प्रशिक्षित सहायक अध्यापकों का 5000 रूपये मानदेय मे अन्तर है । झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित सहायक संघ को कमज़ोर करने वाले का मुंह काला होगा। धनबाद में गिद्ध दृष्टि वाले लोग संगठन को लगातार अवरोध कर रहे थे।
बैठक में प्रखंड के सभी वक्ताओं ने कहा कि टुंडी प्रखंड में एक संघ था, एक संघ ही रहेगा। संघ से भटके कुछ साथियों को पुनः संघ में वापस लिया गया ।
जिला अध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती एवं जिला महासचिव निलांबर रजवार के देख- रेख में संघ की प्रखंड कमेटी का विस्तार किया गया। प्रखंड संरक्षक रूपलाल महतो, वरीय उपाध्यक्ष अशोक महरा, उपाध्यक्ष हेनोसर मुर्मू, गिरजा मुर्मू , प्रखंड प्रधान सचिव एतवारी मुर्मू, प्रखंड कोषाध्यक्ष विनोद हांसदा, संयुक्त सचिव बाबूलाल कुमार मंडल, प्रखंड प्रवक्ता सुनील कुमार मुर्मू, संगठन मंत्री संतोष रजवार, संकुल प्रभारी अंग्रेज़ रजवार, महिला मोर्चा प्रखंड अध्यक्ष बसन्ती हेम्ब्रम, उपाध्यक्ष बालके हांसदा एवं सचिव स्वीटीलीना हेम्ब्रम को बनाया गया।
इस बैठक में रामचंद्र तिवारी, कानु हांसदा, रूविलाल मांझी, प्रेम कुमार महतो, चंदन मरांडी, योगेन्द्र राय, ईश्वर बांसकी, सुरेन किसकु, धनेश्वर राजवंशी, छोटेलाल मुर्मू, बिशु टुडु मुख्य रूप से शामिल थे।