कल खजूर रविवार के बाद शुरू होगा ईसाइयों का पुण्य सप्ताह
डीजे न्यूज डेस्क, गिरिडीह : कल खजूर रविवार के बाद ईसाइयों का पुण्य सप्ताह शुरू हो जाएगा।प्रभु येसु के दुःखभोग, मृत्यु और पुनुरुथान के कालचक्र को विश्वासीपुण्य सप्ताह के रूप में मनाते हैं। रविवार को खजूर की डाली के साथ जुलूस निकलेगा। चर्च में विशेष प्रार्थना होगी।
पुण्य सप्ताह ख्रीस्तीयो के पूजन वर्ष में सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। इस अवधि को ग्रेट वीक या महान सप्ताह से भी जाना जाता है। इस पवित्र सप्ताह में ख्रीस्त विश्वासी येसु ख्रीस्त के दुःखभोग, उनके मानव प्रेम, मृत्यु और पुनुरुथान पर मनन -चिन्तन करता है और येसु ख्रीस्त के जीवन को और गहराई से समझने का प्रयास करता है। पुण्य सप्ताह, ख्रीस्तीयो का सबसे बड़ा पर्व ईस्टर या पास्का पर्व की तैयारी का विशेष समय है।
इस सप्ताह में पांच दिन विशेष होते है :- खजूर रविवार या दुःखभोग रविवार , पुण्य गुरुवार या बृहस्पतिवार, पुण्य शुक्रुवार, पास्का जागरण और पास्का रविवार।
खजूर रविवार या दुःखभोग रविवार
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खजूर रविवार के साथ चालीसा काल का समापन तथा पुण्य सप्ताह प्रारंभ होता है। पूजन विधि को दो भागों में बांटा जाता है। प्रथम भाग शोभा यात्रा या जुलूस जहां विश्वासीगण येसु ख्रीस्त के विजयमान येरुसालेम प्रवेश की स्मृति की याद मनाते हैं। अपनी मृत्यु के पूर्व येसु ने एक विजयी राजा के समान येरूसालेम में प्रवेश किया था। दूसरा भाग पवित्र मिस्सा या पवित्र यूखरिस्त या पवित्र बलिदान इस धर्मविधि में येसु के दुःखभोग और मृत्यु की याद मनाते है।
खजूर रविवार के दिन माता कलीसिया प्रभु येसु के द्वारा पास्का –रहस्य की पूर्णता हेतु उनके येरुसलेम प्रवेश की स्मृति मनती है।
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जसपुर, छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ के जसपुर जिला अंतर्गत बगीचा प्रखंड में ईसाई धर्म से जुड़े लोगों ने
धाजा पहाड़ पर क्रूस का रास्ता पर चलकर
येसु के दुःख भोग को याद किया।
जिस तरह येसु ने कलवारी पर्वत पर दुःख भोग क्रूस पर दिवंगत हो गए उसी को याद करते हुए लोगों ने क्रूस की यात्रा पर्वत पर की। इस मौके पर सिस्टर फिलो समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।