धनबाद में उतरा बनारस, दिव्य, भव्य गंगा आरती में जुटे हजारों लोग

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डीजे न्यूज, धनबाद
चंद्र सी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल धारा… शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता… हर हर महादेव, अभी स्तुति से पूरा शहर भक्ति की रस में डूबा रहा। गंगा आरती की महक और मंत्र उच्चारण से श्रद्धालु ओतप्रोत होते रहे। मानो ऐसा लग रहा था कि बनारस आज धनबाद में ही उतर गया है। चारों ओर हर हर महादेव की गूंज, तो दीपों की जगमगाहट बरबस हर किसी को आकर्षित कर रहा था। मौका था झारखंड ट्रेड एवं फेयर जीटा के सौजन्य से राजेंद्र सरोवर में महा आरती का। बनारस से आए गंगा आरती के प्रसिद्ध पुरोहित रणधीर पांडे और उनके सहयोगियों ने लगभग 45 मिनट तक गंगा आरती को भक्तिमय बना दिया। इस गंगा आरती का सैकड़ों शहरवासी गवाह बने। सावन की पहली सोमवारी पर भव्य आयोजन में श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आज से बेकार बांध नहीं, राजेंद्र सरोवर कहिए

कार्यक्रम के आयोजक जीटा के पदाधिकारियों ने सफल आयोजन पर धनबाद की जनता को धन्यवाद दिया। एसोसिएशन के अमितेष सहाय और राजीव शर्मा ने कहा कि बनारस में इस तरह के आयोजन होते हैं। लेकिन धनबाद कोयलांचल में यह आयोजन अपने आप में अनूठा है। बेकार बांध के सौंदर्यीकरण के लिए निगम ने काफी कुछ किया है। अब लोगों से अपील है बेकार बांध का नाम अब राजेंद्र सरोवर के नाम पर पुकारा जाए। क्योंकि अब भी कई लोग इसे बेकार बांध कहते हैं। लेकिन अब यह बेकार बांध नहीं रह गया है। यह धनबाद हम सबकी शान है।

जिला प्रशासन की ओर से हमेशा सहयोग : उपायुक्त
गंगा आरती में शामिल होने आए उपायुक्त ने कहा कि इस तरह का भव्य आयोजन धनबाद में होना गर्व की बात है। उन्होंने इसके लिए आयोजन समिति के पदाधिकारियों को बधाई दी। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जो भी सहयोग रहेगा, वह किया जाएगा।

*धनबाद में ऐसा कार्यक्रम होना अद्भुत : विधायक*

विधायक राज सिन्हा ने इस कार्यक्रम की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का आयोजन होना धनबाद के लिए गर्व का विषय है। सावन के सोमवारी में बाबा भोले के भक्तों के लिए यह प्रसाद स्वरूप है। उन्होंने आयोजन समिति का आभार जताया।

कृष्ण स्तुति से लेकर शिव स्तुति तक गाए गए
गंगा आरती के दौरान कृष्ण स्तुति से लेकर शिव स्तुति तक गाय गए। श्री कृष्णा गोविंद हरे मुरारी श्लोकों से शुरुआत की गई, इसके बाद शिव स्तुति, माँ गंगा आरती, माँ गंगा स्तुति गाये गए। अलग-अलग चरणों में गंगा आरती गाए गए। इसमें मां गंगे को पुष्पांजलि, दीप आरती, कपूर आरती, धूप आरती किए गए। इसके लिए अलग से बनारस से गंगाजल लाए गए थे। गंगाजल से पूरे आरती परिसर को शुद्ध किया गया। गंगा आरती के दौरान अमितेष सहाय  और राजीव शर्मा यजमान बने।

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