संदीप सिंह की शहादत से नक्सल प्रभावित टुंडी में बह रही देशभक्ति की बयार
दूसरे शहादत दिवस पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का किया भव्य आयोजन, देशभक्ति का जज्बा हुआ मजबूत
डीजे न्यूज, टुंडी, धनबाद : बीएसएफ जवान संदीप सिंह के शहादत से नक्सल प्रभावित टुंडी प्रखंड में देशभक्ति की बयार बह रही है। पश्चिमी टुंडी के चरक निवासी संदीप सिंह के दूसरे शहादत दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। शहादत दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। स्कूली बच्चों के लिए मैराथन दौड़, रक्तदान शिविर समेत कई सामाजिक कार्य किए गए।
इस कार्यक्रम के आयोजन में टुंडी के सुदूर गांवों के लोग सक्रिय थे। तीनों दिन बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इसमें भाग लिया। हाथों में तिरंगा लहराते युवकों ने गांव-गांव पदयात्रा की। दलगत भावना से ऊपर उठकर राजनीतिक पार्टियों के लोगों ने इसमें भागीदारी निभाई। सामाजिक संगठनों का भी इस आयोजन में योगदान रहा। शहीद संदीप सिंह ट्रस्ट ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया। स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लोगों का मन मोह लिया। मंगलवार को आयोजन के अंतिम दिन
कार्यक्रम की शुरुआत में झंडोतोलन शहीद संदीप सिंह की माता शांति देवी एवं पत्नी सीमा देवी ने किया। साथ ही कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि भाजपा के धनबाद ग्रामीण जिला अध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर एवं शहीद संदीप सिंह की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया । समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ज्ञानरंजन सिन्हा ने कहा कि शहीद संदीप सिंह ने अपनी शहादत देकर टुंडी ही नहीं बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उनका शहादत यहां के युवाओं का प्रेरणास्रोत है। उन्होंने आयोजको को इस तरह के वृहत कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद दिया है। तीन दिवसीय आयोजित प्रतियोगिताओं के विजय प्रतिभागियों को विभिन्न अतिथियों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान रक्तदान शिविर भी लगाया गया जिसमें कुल 12 लोगों ने रक्तदान भी किया। आधा दर्जन महिलाओं ने भी रक्तदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिहर प्रसाद सिंह तथा संचालन मंजू कुमारी और रंजीत सिंह ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में दिलीप सिंह, दिनेश सिंह, बलराम सिंह, माथुर मंडल, गिरीश सिंह, बरूण सिंह, रविंद्र मंडल, मनोज कुशवाहा, अनिल सिंह, अशोक सिंह नवाटांड़ के शिक्षक पंकज कुमार,रविकांत प्रभाकर,चरक स्कूल के लक्ष्मीनारायण गोस्वामी,चंद्रहास कुमार आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।