पत्नी ने रची थी रेलकर्मी की हत्या की साजिश, प्रेमी ने चाकू घोंपकर मार डाला
डीजे न्यूज, धनबाद : बैंकमोड़ थाना अंतर्गत न्यू स्टेशन कालोनी निवासी रेलकर्मी रामचंद्र यादव की हत्या की साजिश उसकी पत्नी जीरा देवी ने ही रची थी। पति की हत्या कराकर अनुकंपा पर नौकरी पाने और फिर अपने प्रेमी से विवाह रचाने के लिए जीरा ने यह साजिश की थी। जीरा की इस साजिश को अंजाम उसके प्रेमी पिंटू साव ने दिया। पिंटू ने शराब पीने के बहाने रेलकर्मी को बरवाअड्डा बुलाया। वहां जयनगर जोरिया में उसे शराब पिलाकर लुढ़का दिया। इसके बाद चाकू घोंपकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद शव को घसीटकर जोरिया के किनारे ले जाकर फेंक दिया। फिर काम हो जाने की जानकारी मोबाइल से मृतक रामचंद्र की पत्नी जीरा देवी को दी। कहा जाता है ना कि बुरे काम का बुरा नतीजा, यहां भी बिल्कुल वही हुआ। रामचंद्र की हत्या कराने वाली उसकी पत्नी जीरा और प्रेमी पिंटू साव दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब उनकी जिंदगी जेल की सलाखों के अंदर कटेगी।
पुलिस ने जीरा से पूछताछ के बाद जब उसका काल डिटेल्स निकाला तो हत्या की पूरी गुत्थी खुल गई। जीरा और पिंटू से पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों टूट गए। हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। इस हत्याकांड में जीरा की बहन समेत कुछ और लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। हत्या के बाद से जीरा की बहन फरार है। पुलिस हत्या में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है। जीरा और पिंटू को पूछताछ के बाद पुलिस ने सोमवार को अदालत में पेश किया। इसके बाद अदालत के आदेश पर दोनों को न्यायिक हिरासत में धनबाद जेल भेज दिया गया। दोनों को अदालत में पेश करने के पूर्व डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने मीडिया को जानकारी दी।
डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने बताया कि रामचंद्र की हत्या 11 दिसंबर को पिंटू साव ने की थी। घटना के छह दिन बाद शव पुलिस ने जयनगर जोरिया के पास झाड़ियों से शनिवार को बरामद की थी। शव पूरी तरह से सड़ चुका था। पाकेट में मिले आइडी के आधार पर उसकी पहचान रेलकर्मी रामचंद्र यादव के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया।
इस तरह मिला सुराग
अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने मृतक की पत्नी जीरा से कई बार बात की। उसकी बातों में विरोधाभाष थी। इससे पुलिस को शक हुआ।
इसके बाद पुलिस ने तकनीकी
जांच शुरू की। जीरा का मोबाइल काल डिटेल्स निकाला गया। घटना के दिन जीरा के साथ एक निजी चालक पिंटू साव की कई
बार बातचीत हुई थी। पुलिस ने इसके बाद पिंटू को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। जीरा और पुलिस दोनों से पुलिस ने सख्ती की तो दोनों ने राज उगल दिए। पिंटू का प्रेम संबंध जीरा के साथ था। पिंटू का जीरा के घर
अक्सर आना जाना था। पिंटू जीरा के साथ-साथ उसकी बहन से भी अक्सर बात करता था। पिंटू ने रामचंद्र यादव से भी दोस्ती कर ली थी।
रामचंद्र खाने-पीने का शौकीन था। वह बराबर नशा कर घर आता था। अपनी पत्नी से अक्सर झगड़ा करता था। नशे में वह जान से मारने की धमकी भी देता था। इससे उसकी पत्नी कुंठित रहती थी। जीरा ने अपने प्रेमी न्यू विशनपुर निवासी पिंटू साव से मिलकर पति रामचंद्र की हत्या की साजिश रची। रामचंद्र 11 दिसंबर को करीब शाम चार बजे डयूटी जाने के लिए घर से निकला था। उसकी पत्नी जीरा देवी ने इसकी सूचना पिंटू को दी। इसके बाद पिंटू ने रामचंद्र को पैसे व शराब का लालच देकर बरवाअड्डा बुलाया। रामचंद्र आटो से बरवाअड्डा पहुंचा। फिर रात को जयनगर जोरिया जाकर दोनों ने शराब पी। पिंटू ने रामचंद्र को काफी शराब पिलाई। जब वह नशे में लुढ़क गया तो पिंटू ने चाकू से रामचंद्र का गला रेत दिया। उसकी गर्दन में भी चाकू घोंपा। जब रामचंद्र की मौत हो गई तो पिंटू उसका मोबाइल लेकर वहां से लौट गया। मोबाइल को उसने विशुनपुर के रहनेवाले एक छात्र को छह हजार रुपये में बेच दिया। पिंटू की निशानदेही पर पुलिस ने रामचंद्र का मोबाइल भी बरामद कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त चाकू पुलिस अभी तक बरामद नहीं कर सकी है।
शव बरामदगी के समय पुलिस के साथ था पिंटू साव
डीएसपी ने बताया कि रामचंद्र के शव बरामदगी के समय भी पिंटू घटनास्थल पर मौजूद था। पुलिस की गतिविधि पर नजर रखने के लिए वह शव बरामदगी के दिन बरवाअड्डा थाना भी पहुंचा था। जीरा देवी तथा पिंटू के मोबाइल काल डिटेल से कई अहम जानकारी पुलिस को मिली। इसके बाद ही पुलिस इस कांड का पटाक्षेप करने में सफल हो सकी। डीएसपी ने यह भी बताया कि इस हत्याकांड में ओर भी कुछ लोग शामिल हैं, जिसका पुलिस पता लगा रही है। अनुसंधान के दौरान कुछ तथ्य सामने आए हैं, जिसका सत्यापन पुलिस कर रही है। कांड में जितने भी लोग शामिल होंगे, उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
इधर रामचंद्र के बेटे-बेटी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। पुलिस ने दोनों को मामा घर पहुंचा दिया है।
पिता की हत्या हो गई और मां को पुलिस ने जेल भेज दिया। यह जानकर रामचंद्र की पुत्र व पुत्री का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने दोनों को उसके मामा के घर भेज दिया है। रामचंद्र की 12 वर्ष की पुत्री तथा आठ वर्ष का पुत्र है।