पीरटांड़ और डुमरी प्रखंड के विभाजन की सजा भुगत रहे डेगा पहाड़ी के आदिवासी
पीरटांड़ और डुमरी प्रखंड के विभाजन की सजा भुगत रहे डेगा पहाड़ी के आदिवासी
पांच साल से बिजली के लिए तरस रहे डेगा पहाड़ी गांव के लोग
डीजे न्यूज, पीरटांड़, गिरिडीह : डुमरी प्रखंड की सीमा पर स्थित पीरटांड़ प्रखंड के मधुबन पंचायत के डेगा पहाड़ी गांव के लोगों को प्रखंड विभाजन का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। मधुबन बाजार से करीब पांच किलोमीटर दूर बसे इस गांव में पांच साल से अधिक समय से बिजली नहीं है।
बिजली की समस्या और कारण
डेगा पहाड़ी गांव के पास स्थित डुमरी प्रखंड के गांवों में बिजली तो है, लेकिन डेगा पहाड़ी गांव में बिजली नहीं पहुंच पाती। इसका कारण यह है कि डेगा पहाड़ी पीरटांड प्रखंड में स्थित है। जोभी के लोग डेगा पहाड़ी को बिजली नहीं देते क्योंकि जोभी डुमरी प्रखंड का हिस्सा है।
ग्रामीणों की व्यथा
ग्रामीण परमेश्वर हेम्ब्रम बताते हैं कि जब सभी जगह बिजली आ रही थी, तब डेगा पहाड़ी में भी बिजली थी। परंतु पिछले पांच सालों से बिजली नहीं है, जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है।
रेशमी देवी का कहना है कि जोभी में ट्रांसफार्मर जल जाने के बाद सरकार ने नया ट्रांसफार्मर नहीं दिया, जोभी के लोगों ने अपने पैसे से ट्रांसफार्मर लाया और डेगा पहाड़ी के लोगों को इससे बिजली देने से मना कर दिया।
प्रशासन की अनदेखी
ग्रामीणों ने कई बार मुखिया से शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। वर्तमान मुखिया कविता देवी के पति निर्मल तुरी ने बताया कि डेगा पहाड़ी के लोगों की शिकायतें सही हैं। उन्होंने कई बार विभाग को सूचना दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब उस गांव में अलग से ट्रांसफार्मर लगाना पड़ेगा।
ग्रामीणों की स्थिति
गांव में बिजली न होने से लोग जंगली जानवरों के डर से रात में लकड़ी जलाकर घर में सोते हैं या बैठते हैं। किरासन तेल भी नहीं मिलता, जिससे और भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। ग्रामीण गोपाल सोरेन ने बताया कि इस गांव में पांच साल से बिजली नहीं है और अब वे लकड़ी जलाकर रात गुजारते हैं। सोनालाल सोरेन ने कहा कि जोभी के लोग डुमरी प्रखंड की बिजली पीरटांड़ प्रखंड को नहीं देना चाहते, इसलिए गांव में बिजली काट दी गई है।
निष्कर्ष
डेगा पहाड़ी गांव के लोग प्रखंड विभाजन की समस्या से जूझ रहे हैं और प्रशासन से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उनकी समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए।