डीएसई को घेरने समाहरणालय पहुंचे थे शिक्षक, चैंबर में लटक रहा था ताला

0

डीएसई को घेरने समाहरणालय पहुंचे थे शिक्षक, चैंबर में लटक रहा था ताला

अब सोमवार शाम होगी वार्ता

प्रोन्नत 398 शिक्षकों के लंबित वेतन निर्धारण का निष्पादन शीघ्र करने की मांग

डीजे न्यूज, धनबाद : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष संजय कुमार के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधीक्षक से शिक्षा व शिक्षक हित के विषयों के स समय निष्पादन के लिए वार्ता करने के लिए शनिवार की शाम समाहरणालय पहुंचा था। उस वक्त जिला शिक्षा अधीक्षक भूतनाथ रजवार अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। शिक्षकों को कार्यालय कर्मी से पता चला कि जिला शिक्षा अधीक्षक किसी मीटिंग में गए हैं। दूरभाष पर संपर्क स्थापित करने पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि वह जांच टीम के साथ झरिया में हैं। आज कार्यालय आना संभव नहीं है। इससे मिलने आए शिक्षक/शिक्षक शिक्षिकाओं को निराशा हुई। जिला शिक्षा अधीक्षक ने प्रतिनिधिमंडल को सोमवार को कार्यालय आने के लिए कहा। संघ ने वार्ता के लिए सोमवार को अपराह्न 4.30 बजे समय निर्धारित करने का लिखित मांग पत्र दिया। संघ ने
जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यालय में मांग पत्र जमा कर दिया।
सूत्रों के अनुसार आज संघ डीएसई का घेराव करने के मूड में था।

संघ की यह है मांगें

अप्रैल 2023 में स्नातक प्रशिक्षित पद( ग्रेड 4) में प्रोन्नत 398 शिक्षक/शिक्षिकाओं का वेतन निर्धारण का लंबित कार्य का निष्पादन शीघ्र किया जाय।

वित विभाग के अधिसूचना के आलोक में नगर निगम सीमा के आठ किलो मीटर की परिधि में कार्यरत शिक्षक व शिक्षिकाओं को आवास किराया भत्ता के साथ साथ परिवहन भत्ता भुगतान के लिए स्वीकृति दी जाय। धनबाद जिला में ही उच्च विद्यालय के शिक्षकों को परिवहन भत्ता भुगतान किया जा रहा है।

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (प्राथमिक शिक्षा निदेशालय) के अधिसूचना के आलोक में झारखंड लोक सेवा आयोग के आलोक में जेपीएससी के द्वारा 2003 में अनुशंसित प्रथम सूची के सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं का परिकल्पित रूप से नियुक्ति तिथि 22/12/2003 निर्धारित करते हुए उनकी वरीयता निर्धारित किया जाय ताकि वरीय शिक्षक/शिक्षिकाओं की वरीयता अक्षुण्ण बना रहे।

स्नातक प्रशिक्षित के रिक्त पदों की गणना कर 01 अप्रैल को आधार मानकर अहर्ता धारी शिक्षक /शिक्षिकाओं को प्रोन्नति दिया जाय। ग्रेड 3 की प्रोन्नति भी जिले में 2009 से लंबित है। इस विषय में भी अग्रतर कार्रवाई की जाय।

अंतर जिला स्थानांतरण से 6-8 में आ रहे शिक्षक /शिक्षिकाओं को पदस्थापन के पूर्व उनके लिए सुरक्षित रिक्त पदों की गणना कर ही पदस्थापन किया जाय ताकि प्रोन्नति हेतु आरक्षित पद में अतिक्रमण से बचा जाय।

प्रधान मंत्री पोषण योजना के सफल संचालन के क्रम में विद्यालय प्रधान/सहायक शिक्षक द्वारा प्रतिदिन एसएमएस किए जाने के बावजूद रिसीव होने के बाद भी डेटा में शून्य दिखता है। इस कारण समय समय पर शिक्षकों का वेतन बंद भी किया जाता है। ठीक इसी प्रकार की स्थिति बायोमैट्रिक उपस्थिति के मामले में भी है। इस विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन कर इस विषय का गहन जांच किया जाय।

प्रतिनिधिमंडल में ये थे शामिल

जिलाध्यक्ष संजय कुमार, महासचिव नंद किशोर सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार वर्मा, पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार भगत, पूर्व अध्यक्ष शरीफ रजा, शंभू शरण अम्बष्ट, सुरेश चौधरी, मनोज पासवान, नीरज कुमार मिश्रा, विजय कुमार, श्याम सुंदर पाठक, महेंद्र सिंह, राजेश पांडेय, संध्या कुमारी, दामिनी कुमारी,अशोक कुमार साहू, सुशील पाल, महेंद्र कुमार सिंह, रूपेश वर्मन, सियाराम सिंह, नरेंद्र कुमार सिंह, संदीप कुमार, जनक लाल विश्वकर्मा, संजीव भगत, राजेश चंद्र पाल, विनोद कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, जय प्रकाश, अनार्दन यादव, जय किशोर राय, रामस्वरूप प्रजापति, नवीन कुमार, राजेश पांडेय, रविन्द्र कुमार।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *