गिरिडीह के स्टेशन मैनेजर सुबह साढ़े नौ की ट्रेन से आते हैं और हाजिरी बनाकर दस बजे की ट्रेन से लौट जाते हैं

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गिरिडीह के स्टेशन मैनेजर सुबह साढ़े नौ की ट्रेन से आते हैं और हाजिरी बनाकर दस बजे की ट्रेन से लौट जाते हैं

यात्रियों की है भारी भीड़, लेकिन प्रथम और द्वितीय श्रेणी के विश्रामालय तथा दिव्यांगों के शौचालय में जड़ा है ताला

परामर्श दात्री समिति के सदस्य के साथ

जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने किया निरीक्षण तो हुआ खुलासा

डीजे न्यूज, गिरिडीह : बुधवार को सुबह 11 बजे पूर्व रेलवे के क्षेत्रीय रेल उपभोक्ता परामर्श दात्री समिति सदस्य प्रदीप कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में गिरिडीह जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला, सचिव प्रमोद कुमार एवं सदस्य सुनील खंडेलवाल द्वारा गिरिडीह रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया गया।

सर्वप्रथम पाया गया की स्टेशन प्रबंधक अपने कार्यालय में मौजूद नहीं हैं। जानकारी करने पर स्टेशन मास्टर साहू से पता चला के स्टेशन प्रबंधक मंडल रोज सुबह 9:30 बजे की ट्रेन से स्टेशन आते हैं और अपनी हाजिरी बनाकर आधे घंटे बाद 10 बजे वापस चले जाते हैं। इसी प्रकार कभी-कभार शाम को भी ट्रेन से वापस गिरिडीह स्टेशन आते हैं और अपनी हाजिरी बनाकर देवघर अपने घर वापस चले जाते हैं। यह नियम सम्मत नहीं है।

 

शिकायत एवं सुझाव पुस्तिका कहीं दिखाई नहीं दी और ना ही शिकायत अथवा सुझाव पेटिका कहीं लगी दिखाई दी।

 

स्टेशन मास्टर साहू से शिकायत पुस्तिका अथवा सुझाव पुस्तिका की मांग करने पर साफ कहा गया कि बिना स्टेशन मैनेजर मंडल की अनुमति के उसे नहीं दिया जा सकता । स्टेशन मैनेजर मंडल से प्रदीप अग्रवाल ने जब फोन पर वार्ता की तो उन्होंने कहा कि पहले आप बताइए क्या शिकायत है, तब उसका समाधान करेंगे। शिकायत पुस्तिका देने के मामले में टालमटोल कर गए।

प्रदीप अग्रवाल द्वारा मंडल प्रबंधक आसनसोल के कार्यालय से संपर्क किया गया। तब उनके निर्देश पर स्टेशन मास्टर साहू ने शिकायत पुस्तिका 1 घंटे इंतजार कराने के बाद उपलब्ध कराई।

शिकायत पुस्तिका में जो शिकायत दर्ज कराई गई।

 

इसके बाद मीडिया के साथ स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया गया। पाया गया कि दोपहर एक बजे वाली ट्रेन के लिए वहां काफी भीड़ है परंतु प्रथम श्रेणी और द्वितीय श्रेणी का वेटिंग हॉल, महिला पुरुष एवं दिव्यांग के शौचालय सभी पर ताला लगा हुआ है। यात्रियों के पानी पीने के जो मशीनें लगी है वह गंदगी के अंबार के में है। साथ ही प्लेटफार्म पर जगह-जगह पानी बह रहा है और शेड से बिना बारिश के भी पानी छू रहा है। निरीक्षण के बाद निर्मल झुनझुनवाला ने बताया कि

कुल मिलाकर यह महसूस किया गया कि गिरिडीह स्टेशन के स्टेशन मैनेजर की लापरवाही से समस्त गिरिडीह स्टेशन अराजकता का शिकार है और यात्रियों के लिए सुविधा लगभग नगण्य है।

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