गुरुवाणी के साथ नम आंखों से दी आठ सिख तीर्थयात्रियों को अंतिम विदाई, शमशान घाट में नही रुक रही थी चीत्कार की गूंज और आंसुओं की धार
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
गिरिडीह शहर से तीर्थयात्रियों का जत्था यह शोच कर निकला था कि रांची में होनेवाले धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, पर यह मातम में बदल गया।सड़क दुर्घटना में आठ सिख तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। इन आठों शव को गिरिडीह शहर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। बुजुर्गों के साथ दो युवा का भी शव था। सभी शवों को एक-एक कर बरमसिया स्थित शमशान घाट लाया गया। सड़कों पर शव वाहन की लगातार आवाजाही होती रही।इन मृतक के घरों में जो दर्द और मातम का मंजर था, उसे बया करना भी मुश्किल है। एक-एक कर शवों को शमशान घाट लाया गया। वहां सुबह से शहरवाशी मौजूद थे। संस्कार के समय शमशान घाट में चीत्कार की गूंज और आंसुओं की धार नहीं रुक रहे थे। जत्थेदार के साथ लोग गुरुवाणी गा रहे थे। मृतक के स्वजनों के साथ सभी लोगों की आंखे नम थी। सभी शवों को अलग अलग चिता पर अग्नि संस्कार किया गया। भीड़ इतनी थी कि शमशान घाट और नदी किनारे लोग खड़े थे। जिला प्रशासन ने भी ट्रैफिक व्यवस्था के लिए शहर से शमशान घाट तक पुलिस तैनात किया था।गाड़ियों का काफिला कई किलोमीटर तक थी। इस दौरान गिरिडीह विधायक सुदिब्य कुमार सोनू, पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी, उद्योगपति डॉ गुणवंत सिंह, डॉ अमरजीत सिंह, अधिवक्ता प्रकाश सहाय, अजय कुमार सिन्हा, चुन्नुकान्त, शिवेंद्र कुमार, रोटरी, कला संगम, लायंस क्लब, श्रेय क्लब के सदस्यों के साथ सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारी और आम एवं खास लोग मौजूद थे।