गैंगस्टर अमन साहू को दूसरे जेल भेजने के लिए जेल प्रशासन ने तीन बार भेजा था पत्र
डीजे न्यूज, गिरिडीह : सेंट्रल जेल गिरिडीह के जेलर प्रमोद कुमार के सरकारी वाहन पर हुए फायरिंग का कनेक्शन की जांच गैंगस्टर अमन साहू के अलावा दूसरे अपराधियों पर भी की जा रही है। सेंट्रल जेल में गैंगस्टर अमन साहू के अलावा सैकड़ों बड़े अपराधी और नक्सली भी बंद हैं। कई अपराधी जेल से जमानत पर बाहर भी निकल रहे हैं।पुलिस इन अपराधियों की भी कुंडली खंगाल रही है।साथ ही जेल में बंद बड़े अपराधियों पर नजर बनाए हुए है।गिरिडीह जेल को भले ही अपग्रेट कर सेंट्रल जेल बनाया गया है पर सुविधा नदारद है। जेल की आंतरिक सुरक्षा के लिए सुरक्षा कर्मियों की संख्या काफी कम है।ऐसे में जेल प्रशासन को काफी सजग रहना पड़ता है। अप्रैल में गैंगस्टर अमन साहू को गिरिडीह सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था।बड़े गैंगस्टर आने पर सुरक्षा का विशेष व्यवस्था करनी पड़ी थी।इसे लेकर जेल प्रशासन ने जेल महानिरीक्षक को दो बार पत्र लिखा था।इसमें अमन साहू को गिरिडीह सेंट्रल जेल से किसी दूसरे जेल में शिफ्ट करने कहा गया था। साथ ही इस पत्र की प्रतिलिपि गिरिडीह के डीसी और एसपी को भी दिया गया था।इस पत्र में जेलर प्रमोद कुमार ने किसी भी अपराधियों से मिले कोई भी धमकी का जिक्र नहीं किया था। एक सामान्य तौर पर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए दूसरे जेल भेजने को कहा गया था।पत्र पर सुनवाई नही होने पर जेल प्रशासन ने बीते एक जुलाई को एसपी को आवेदन भेजकर अपने स्तर से सुरक्षा कारणों से गैंगस्टर को दूसरे जेल शिफ्ट करने को कहा था।इन तीनों पत्र में जेल अधीक्षक और जेलर ने कहीं भी किसी से मिले धमकी के बारे में नहीं लिखा था।पुलिस अमन साहू के साथ उसके आड़ में जेल प्रशासन पर दबाब बनाने के लिए किए गए फायरिंग की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी होगी।