गिरिडीह जिले को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त बनाना लक्ष्य : नमन प्रियेश लकड़ा
कुपोषित बच्चों एवं एनीमिया पीड़ित महिलाओं को करें चिन्हित
डीजे न्यूज, गिरिडीह : समाहरणालय में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में समर अभियान के तहत उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर उपायुक्त ने अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करते हुए अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि जिला को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने की दिशा में कार्य करना है। इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में शत-प्रतिशत बच्चो की उपस्थिति तथा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएं। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों का नियमित वजन-माप करायें एवं कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों का सूची तैयार कर नजदीकी एमटीसी में स-समय भर्ती सुनिश्चित करायें। उपायुक्त ने कहा ऐसे सभी घर जहां पर कुपोषण एवं एनीमिया से ग्रसित बच्चों, किशोरियों, युवतियाँ, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाएं होती है, उन्हें सरकार के विभिन्न विभागों के ऐसे कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा जिनका कुपोषण निवारण पर प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव होता है। अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी अधिकारी संवेदनशील होकर कार्य करें।
इसके अलावा समाहरणालय में आयोजित कार्यशाला में बताया गया कि गिरिडीह जिला में अगस्त माह में पोषण ट्रैकर में measuring Efficiency 92 प्रतिशत है। इसके अलावा गिरिडीह जिला में 06 कुपोषण उपचार केंद्र स्वीकृत है, जिसमें से 04 संचालित है। जिला के कुपोषण उपचार केन्द्र में एक वर्ष में लगभग 1440 बच्चों का उपचार संभव होगा। यदि Bed Occupancy Rate 100 प्रतिशत हो तो। पोषण ट्रेकर के अनुसार लगभग 5000 कुपोषित बच्चे प्रत्येक माह चिन्हित किये जा रहे है। जिसमें सभी बच्चों का उपचार कुपोषण उपचार केन्द्र में संभव प्रतित नहीं होता है। समर कार्यक्रम वैसे अति गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए जिनमें उनमें कोई चिकित्सीय जटिलता नहीं हो।