यज्ञ से भक्तिमय हुआ माहौल, मंदिरों में हुई प्राण प्रतिष्ठा
डीजेन्यूज डेस्क, गिरिडीह : जिले के परसाटांड़ गांव स्थित देवनगरी में श्री श्री 108 रुद्र महायज्ञ सह प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा के सातवें दिन विधि विधान के साथ देवी पूजा प्राणायाम के बाद मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। मालूम हो कि 2 मई को भव्य कलश यात्रा के साथ इस यज्ञ की शुरुआत हुई थी। परसाटांड़ के ग्रामीणों समेत अन्य दाता भक्तों द्वारा दिए गए दान के अनुसार मां मनसा भगवती मंदिर, तारा मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर, शनि मंदिर व अन्य देवी देवताओं के मंदिर बनाकर प्रतिमा स्थापित की गई। इन तमाम मंदिरों में स्थापित मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा आचार्य द्वारा कराया गया। भव्य शोभायात्रा के दिन से ही दिनभर पूजा-पाठ शाम के समय संध्या आरती के बाद 7 बजे से अयोध्या से पधारे पारस मणि जी महाराज और साध्वी विजयालक्ष्मी के द्वारा प्रवचन होते हुए आ रहा है। शनिवार की रात धर्म मंच से प्रवचन के दौरान कहा कि लोग अपने कर्मों के अनुसार बड़े और छोटे होते हैं। हमें इस कलयुग में भगवान का स्मरण व भक्ति करना अति आवश्यक है। हमारे दुख के समय में ईश्वर कोई ना कोई रूप में आकर उस दुख से निकालने के लिए हमें मार्ग बताते हैं। कहां की इस जन्म में जो भी हम कर रहे हैं उसे ही प्रारब्ध कहते। जो मनुष्य जैसा कार्य करता है उसे वैसा ही फल मिलता है। इसीलिए हमें जीवन में सदैव सत्य का मार्ग चुनते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है। मनुष्य का कर्तव्य है कि जहां तक हो सके लोगों की मदद करें। कल 8 मई को पूजन हवन के बाद यज्ञ की पूर्णाहुति की जाएगी। जिसके बाद भव्य भंडारे का आयोजन यज्ञ समिति की ओर से किया जाएगा। यज्ञ समिति के सदस्यों ने तमाम भक्तों से यज्ञ स्थल पर पहुंचकर भंडारे का प्रसाद पाने के लिए आमंत्रित किया है। मौके पर आयोजन कर्ता मनोहर वर्मा, राजेश वर्मा, न्यू वर्तमान मुखिया निर्मल वर्मा, न्यू वर्तमान जिला परिषद दीपा वर्मा, संजय वर्मा, अमर राणा, उमेश राणा, सहदेव राणा, सुरेश राणा, प्रसाद वर्मा निरंजन राणा समेत काफी संख्या में ग्रामीण लोग यज्ञ को सफल बनाने में लगे हुए हैं।