पूर्व मुखिया असलम की हत्या में कृष्णा हांसदा समेत दस नक्सली नामजद
डीजे न्यूज, गिरिडीह : पूर्व मुखिया असलम अंसारी की हत्या कर नक्सलियों ने एक बार फिर से जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई है। संगठन का जिम्मा संभालने के बाद कृष्णा हांसदा ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।इसके पूर्व भी जनवरी में माओवादी नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद कृष्णा हासदा के दस्ते ने चार बड़े घटना की थी।माओवादियों के पंचायत चुनाव के विरोध करने के बाद यह घटना उसकी उपस्थिति को बताता है।इस घटना में शामिल दस हार्डकोर नक्सलियों को नामजद बनाया गया है। इनमें कृष्णा हासदा,रणविजय महतो,वीरसेन,ताला दा,बिनोद,छोटू,मोनू,शिवा,रामदयाल और पूजा शामिल हैं।साथ ही दस अज्ञात नक्सलियों को भी शामिल बताया गया है।इस मामले में जब्त असलम के खून लगे कपड़े और खून लगी मिट्टी को फॉरेंसिक जांच कराया जाएगा।अनुसंधानकर्ता ने इसे लेकर न्यायालय में आवेदन दिया है।
–काली वर्दी पहने थे नक्सली
-इस कांड के सूचक समीद ने प्राथमिकी में बताया था कि 31 मई के रात मुखिया प्रत्याशी के बिजय जुलूस देखने घर से बाहर निकला था।बिजयी प्रत्याशी से बात कर रहा था।इसी बीच दो मोटरसाइकिल से चार नक्सली काली वर्दी में आए।उसने असलम अंसारी से ही उसके बारे में पूछा।जब असलम ने बताया कि वह ही असलम है और यह उसका ही घर है।इसपर दस्ते में शामिल छोटू से बोला कि जाकर रणविजय दा और कृष्णा दा को बता दो वो मिल गया।कुछ ही देर में अन्य नक्सलियों का दस्ता आया।कुछ असलम के घर के छत पर चढ़ कर साथियों को सस्ता बंद करने को बोल रहे थे।ताला दा और बिनोद निगरानी कर रहे थे।पहले असलम का मुह बांध दिया, फिर दो अलग अलग हथियार से ताबड़तोड़ चार गोली मार दी।गोली मारने के बाद एक धारदार हथियार से उसके सर में मारा,फिर उसी से पेट को फाड़ दिया।जिससे उसकी मौत हो गई।नक्सलियों ने हत्या के बाद इंकलाब जिंदाबाद और पुलिस दलाल मुर्दाबाद के नारे लगाते निकल गए थे।