साइबर पुलिस बता दरवाजा तोड़कर घर मे घुसे अपराधी, साढ़े छह लाख का डाका, आक्रोशितों ने किया सड़क जाम
डीजे न्यूज, जामताड़ा : जामताड़ा जिले के
नारायणपुर थाना अंतर्गत लटैया डाभाकेंद गांव में बुधवार की रात हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने खुद को साइबर पुलिस बता
खुबलाल मंडल के घर खुलवाने की कोशिश की। घर वालों ने जब नहीं खोला तो दरवाजा तोड़कर दर्जनाधिक अपराधी घर के अंदर घुस गए और करीब साढ़े छह लाख रुपये का डाका डालकर आराम से चलते बने। घर में घुसते ही अपराधियों ने हथियार के बल पर घर की महिला और लड़कियों को अपने कब्जे में लिया और बारी-बारी कर सभी घरों से नकदी, जेवरात और सारे कीमती सामान साथ ले गए। डकैत तीन भाइयों के इस घर से करीब 6.5 लाख रुपये की संपत्ति साथ ले गए। जाते-जाते इन बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए घर के बाहर हवाई फायर भी किया। इधर इस घटना से आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम किया।
सूचना पाकर नारायणपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की पड़ताल में जुटी है।
तीनों भाई पश्चिम बंगाल के आसनसोल में सब्जी की दुकान चलाते हैं। दुबराज मंडल, राम प्रसाद मंडल और मनोज मंडल करमाटांड़ थाना क्षेत्र के रिंगोचिंगो स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर शादी समारोह में शामिल होने गए थे। इस दौरान घर पर उनकी बुजुर्ग मां बिजली देवी, बुजुर्ग जीवन मंडल और बेटियां थीं। अपराधियों ने इस दौरान उनकी मां की कनपटी पर पिस्टल दी और लूटपाट करते रहे। अपराधी तीनों भाइयों के आधा दर्जन कमरों से कीमती सामान, जेवर जेवरात और नगदी साथ ले गए। इनमें डेढ़ लाख कैश और गहने समेत पांच लाख के कीमती सामान सामान शामिल हैं। लूटपाट के दौरान बुजुर्ग महिला बिजली देवी के साथ मारपीट कर उन्हें जख्मी कर दिया। उनके हाथ पर गहरा जख्म आया है। आशा कुमारी तथा सोनी कुमारी ने बताया कि दोनों पक्के मकान में सोई थी। अपराधियों की संख्या 10 से ज्यादा थी और सभी हथियारों से लैस थे। सभी आपस में हिंदी में बातें कर रहे थे। घर में दाखिल होते ही उन्होंने अलमारी व बक्से की चाबियां मांगी। बताया कि वे साइबर थाना की पुलिस हैं। मोबाइल और एटीएम कार्ड की जांच करने आए हैं। दरवाजा नहीं खोलने पर इन सबने मिलकर दरवाजा ही तोड़ दिया और अंदर घुस गए। इस दौरान इन अपराधियों ने 15 से 20 मिनट में पक्के मकान में सभी कमरों में रखे बक्से और आलमारी को तोड़कर सारा सामान इकट्ठा कर लिया। फिर इन्हें खाली बैग में भर लिया। जब पक्के मकान लूटपाट से इत्मिनान हो गए तो खपरैल के मकानों में अपराधियों ने लूटपाट शुरू की। डकैत अपने साथ कैश-गहने और कीमती सामानों के साथ घर में रखी साड़ियां के साथ कपड़े तक साथ ले गए। इस दौरान इन बदमाशों ने लड़कियों से कहा कि चुपचाप रहो और बताओ कहां-कहां पैसे और कीमती सामान रखे हैं। वरना समझ लो, लड़की हो तुम लोग, समझती ही हो कि लड़की के साथ हम लोग क्या-क्या कर सकते हैं। अपराधियों की धमकी से दोनों लड़कियां चुपचाप अपराधियों का तमाशा को देखती रही। देर रात हुई इस डकैती के बाद घटना की सूचना घरवालों ने गांव के अन्य लोगों को दी।
लगातार तीन ऐसी वारदात से परिवार, गांव व पूरे इलाके में दहशत :-
घटना के बाद परिवार और पूरे गांव के लोगों में दहशत व्याप्त है। परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है। बुधवार को साइबर पुलिस बताकर डाका डालने की यह घटना क्षेत्र में ऐसी तीसरी वारदात है। इससे पहले इसी साल 11 अप्रैल को रूपडीह में हीरालाल मंडल के घर भी डकैत खुद को साइबर थाने की पुलिस बताकर ही दाखिल हुए थे। इस दौरान इन डकैतों ने 3.5 लाख का डाका डाला था। जबकि दूसरी घटना जनवितरण प्रणाली दुकानदार हराधन पंडित के घर में हुई है। क्षेत्र में लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से पूरे क्षेत्र के लोग दहशत में जी रहे हैं।