प्रोन्नति और सरप्लस शिक्षकों के स्थानांतरण आदेश से शिक्षा सचिव पर भड़का शिक्षक संघ
प्रोन्नति और सरप्लस शिक्षकों के स्थानांतरण आदेश से शिक्षा सचिव पर भड़का शिक्षक संघ
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनूप केशरी और महासचिव राममूर्ति ठाकुर ने शिक्षकों से किया आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान,
मुख्यमंत्री के समक्ष 15 नवंबर के बाद महाधरना का एलान
डीजे न्यूज, धनबाद : अखिल झारखण्ड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव राममूर्ति ठाकुर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि प्रोन्नति और सरप्लस शिक्षकों के स्थानांतरण मामले में नियमावली की अनदेखी की जा रही है। शिक्षकों के प्रोन्नति से संबंधित विभागीय सचिव का निर्देश न्यायादेश के प्रतिकूल है। इस आदेश से शिक्षकों में असहज स्थिति उत्पन्न हुई है। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ का कहना है कि राज्य के हजारों विद्यालयों को मानकों के विपरीत सरप्लस शिक्षकों के नाम पर विसंगतिपूर्ण स्थानांतरण करने की कार्रवाई की जा रही है। इससे प्रभावित होकर कई विद्यालय शिक्षक विहीन हो सकते हैं। कई विद्यालयों में विषय आधारित शिक्षक समाप्त हो जाएंगे।
संघ का स्पष्ट तौर पर कहना है केि न्यायादेश के विपरीत सेवा में अति वरीय शिक्षकों की वरीयता का हनन कर प्रोन्नति के निमित निर्देश दिया गया है।
संघ को शिक्षा सचिव के इन निर्देशों पर है आपत्ति
सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने पांच अक्टूबर को प्राथमिक शिक्षको के प्रोन्नति के निमित मार्गदर्शन निर्गत की गई है। इसमें प्रोन्नति देने की तिथि को मार्गदर्शित किया गया है, जो प्रसंगाधीन न्यायनिर्णयों एवं तदनुरूप निर्गत पूर्व के आदेशों के बिलकुल प्रतिकूल है। संघ का मानना है कि यह डबलू पीएस 4115/2021 में दिनांक 26.07.2023 को पारित न्यायादेश का उल्लंघन है। माननीय उच्च न्यायालय ने स्पष्ट रूप से सेवा में वरीय शिक्षकों की वरीयता को संरक्षित रखने संबंधी टिप्पणी की है। याचिका में विभाग की ओर से सेवा में वरीय शिक्षकों की वरीयता बनाए रखने के लिए पूर्व के न्यायादेशालोक में निर्गत विभागीय आदेश पत्रांक 619 दिनांक 26.08.2021 को मान्य किया है। इसलिए वर्तमान विभागीय आदेश उसके प्रतिकूल एवं भ्रमित करने वाला है । संघ ने इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, मुख्य सचिव, विभागीय सचिव का ध्यानाकृष्ट कराते हुए उक्त के समाधान का आग्रह किया है।
प्रोन्नति के अलावे सरप्लस शिक्षकों के स्थानांतरण पर अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनूप केशरी, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रदेश प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा है कि अधिशेष शिक्षकों के स्थानांतरण सूची में अनेक गंभीर विसंगतियां है। शिक्षकों के स्थानांतरण सूची के अनुसार राज्य के कई स्कूल शिक्षक विहीन हो जाएंगे। कई विद्यालय एक शिक्षकीय और कई विद्यालयो में कक्षा 6 से 8 के लिए विषयवार शिक्षकों की शून्यता होने की स्थिति हो जाएगी। विद्यालयों के लिए यह आरटीई के विपरीत होगी।
अखिल झारखण्ड प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांग की है कि न्यायालय के निर्णयों एवं विभागीय आदेश संख्या 619 दिनांक 26.08.2021 के विपरीत निर्गत आदेश को तत्काल स्थगित किया जाए। विसंगतिपूर्ण सरप्लस शिक्षकों के स्थानांतरण की कार्रवाई पर यथाशीघ्र रोक लगे। झारखण्ड में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास है। संघ के अध्यक्ष अनूप कुमार केशरी एवं महासचिव राममूर्ति ठाकुर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से 15 नवंबर तक शिक्षकों के हित में इसका समाधान करने का आग्रह किया है। नेताद्वय ने कहा है कि बिरसा मुंडा जयंती 15 नवंबर तक इस समस्या का समाधान नहीं होने की स्थिति में उसके बाद मुख्यमंत्री के समक्ष रांची में महाधरना दिया जाएगा। नेताद्वय ने राज्यभर के शिक्षकों से इस आंदोलन के लिए तैयार रहने की अपील की है।