प्रोन्नति में हो रही देरी से शिक्षक निराश, उपायुक्त ने एक सप्ताह में समाधान का दिया आश्वासन
प्रोन्नति में हो रही देरी से शिक्षक निराश, उपायुक्त ने एक सप्ताह में समाधान का दिया आश्वासन
डीजे न्यूज, पलामू : ग्रेड टू से ग्रेड चार में प्रोन्नति की श्रेणी में आने वाले प्राथमिक शिक्षकों ने आज, 4 जनवरी 2025 (शनिवार) को जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) पलामू से उनके कार्यालय में मुलाकात की और वरीयता सूची के अद्यतन स्थिति के बारे में जानकारी ली। इस दौरान डीएसई ने बताया कि विभागीय प्रोन्नति नियमावली 1993 और राज्य से प्राप्त निर्देशों के अनुसार वरीयता सूची तैयार की गई है और इसकी गहन जांच की जा रही है ताकि इसे त्रुटिरहित रखा जा सके।
शिक्षकों ने जताई चिंता, एक सप्ताह में समाधान की उम्मीद
बैठक के दौरान अजाप्टा जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार दूबे ने आरोप लगाया कि पिछले दो महीनों से शिक्षकों को यह आश्वासन दिया जा रहा है कि प्रोन्नति शीघ्र होगी, लेकिन बार-बार तिथियां बढ़ाई जा रही हैं, जिससे शिक्षकों में असंतोष फैल रहा है। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर 2024 को कई शिक्षक रिटायर हो गए, और उनकी प्रोन्नति नहीं हो पाई, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ। साथ ही, यह डर भी व्यक्त किया कि 31 जनवरी 2025 तक और शिक्षक रिटायर हो जाएंगे और फिर भी उनकी प्रोन्नति नहीं हो पाएगी।
उपायुक्त से की मुलाकात
निराश शिक्षकों ने अपनी समस्या को लेकर उपायुक्त पलामू से भी मुलाकात की। सुधीर कुमार दूबे और झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जितेंद्र दूबे ने उपायुक्त से कहा कि जिलाशिक्षा अधीक्षक द्वारा बार-बार दिए गए आश्वासन के बावजूद प्रोन्नति प्रक्रिया पूरी नहीं हो रही है। इस पर उपायुक्त पलामू ने कहा कि आगामी एक सप्ताह में प्रोन्नति का काम संपन्न कर लिया जाएगा।
बैठक में शिक्षकों की उपस्थिति
इस मुलाकात में कई शिक्षक उपस्थित रहे, जिनमें अमरेश कुमार सिंह (महासचिव), रामानुज प्रसाद (वरीय जिला उपाध्यक्ष), जुबैर अंसारी (हुसैनाबाद प्रखंड अध्यक्ष), इकबाल अहमद, सुरेंद्र राम, अवधेश राम, मुस्ताक अंसारी, बलमनाथ राम, विनोद दीक्षित, अली इमाम, अरविंद कुमार, सत्येंद्र कुमार (मुहम्मदगंज प्रखंड अध्यक्ष) और चक्रवर्ती सिंह सहित दर्जनों शिक्षक शामिल थे।
निष्कर्ष
प्रोन्नति में हो रही देरी के कारण शिक्षक असंतुष्ट हैं, लेकिन उपायुक्त द्वारा दिए गए आश्वासन से शिक्षकों को उम्मीद है कि यह मुद्दा जल्द हल होगा। अब शिक्षकों की निगाहें आगामी सप्ताह पर टिकी हुई हैं, जब इस प्रक्रिया को पूरा किया जाने का दावा किया गया है।