परियोजना निदेशक से वार्ता कर शिक्षक नेता गदगद, विवाद का पटाक्षेप
परियोजना निदेशक से वार्ता कर शिक्षक नेता गदगद, विवाद का पटाक्षेप
आदित्य रंजन ने दी सफाई, वीडियो के पहले भाग को जानबूझकर क्रॉप करके किया गया वायरल
वार्ता में शिक्षक प्रतिनिधियों ने परियोजना निदेशक के सकारात्मक कार्यों की प्रशंसा की तथा उन्हें माला पहनाकर शिक्षा एवं शिक्षकों के हित में आगे भी काम करते रहने की दी शुभकामनाएं
डीजे न्यूज, रांची : राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के आमंत्रण पर रविवार को विभिन्न शिक्षक संगठनों के नेता जेईपीसी सभागार पहुंचे और उनसे वार्ता की। वार्ता काफी सौहार्दपूर्ण हुई और विवाद का पटाक्षेप हो गया। वार्ता में प्राथमिक, माध्यमिक एवं प्लस टू तथा झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड एम्पलाइज फेडरेशन के प्रतिनिधी शामिल थे। अध्यक्षता सभा में उपस्थित सबसे वरिष्ठ शिक्षक प्रतिनिधि राजेंद्र कुमार शुक्ला ने किया।
बैठक में शिक्षकों के सम्मान को लेकर वायरल हुए वीडियो को लेकर परियोजना निदेशक के द्वारा स्पष्ट किया गया कि मेरा यह वक्तव्य बचपन में घटित एक घटना के संदर्भ में था। इसके पहले भाग को जानबूझकर क्रॉप करके वायरल किया गया है। फिर भी इस वीडियो से यदि किसी शिक्षक के सम्मान को ठेस पहुंचा है तो मैं इसके लिए खेद प्रकट करता हूं।
शिक्षक संगठनों ने इस वीडियो से शिक्षकों के सम्मान को होने वाले नुकसान और इससे पूर्व के घटनाक्रमों के कारण शिक्षकों के मन में विभाग के प्रति रोष के वास्तविक कारण को विस्तार पूर्वक रखा। साथ ही यह मांग की गई कि परियोजना निदेशक इस विडियो की वास्तविकता से आम जनों को अवगत करायें तथा प्रत्येक तीन माह में शिक्षक प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर राज्य सरकार की योजनाएं एवं उन्हें धरातल पर उतारने में आने वाले व्यावहारिक समस्याओं पर चर्चा करें। इस पर परियोजना निदेशक ने सहमति व्यक्त की। अंत में सभी शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने परियोजना निदेशक के सकारात्मक कार्यों की प्रशंसा की तथा उन्हें माला पहनाकर शिक्षा एवं शिक्षकों के हित में आगे भी काम करते रहने की शुभकामनाएं दी।
वार्ता में झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड एम्पलाइज फेडरेशन, झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ, झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ, झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ, झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ, झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, उर्दू प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शहित कई संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
विदित हो कि परियोजना निदेशक का विवादित वीडियो वायरल होने के बाद राज्यभर के सरकारी शिक्षक उनके खिलाफ आंदोलनरत थे।