गिरिडीह का सुभाष बना झारखंड का पहला गुड सेमेरिटन, घायल को अस्पताल पहुंचाने पर जिला प्रशासन ने दी प्रोत्साहन राशि
डीजे न्यूज, गिरिडीह : सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा सहायता करने वालों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग झारखंड सरकारने झारखंड गुड सेमेरिटन पॉलिसी 2020 को अधिसूचित किया है। झारखंड गुड सेमेरिटन पॉलिसी–2020 में गुड सेमेरितान को उनके द्वारा किए गए व्यय की क्षतिपूर्ति तथा उन्हें प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को गोल्डन आवर में नजदीकी अस्पताल में पहुंचाने वाले व्यक्ति को गुड सेमेरिटन (अच्छे नागरिक) मानते हुए अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा झारखंड गुड सेमेरिटन पॉलिसी 2020 में निर्धारित आवश्यक सूचनाएं दर्ज करते हुए अभिप्रमाणित कर 1 घंटे के अंदर एक प्रति अपने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को एवं दूसरे प्रति उस गुड सेमेरिटन को उपलब्ध कराई जाएगी। गुड सेमेरिटन एक ऐसा नागरिक होता है जो सड़क दुर्घटना में किसी घायल व्यक्ति को बिना किसी विशेष संबंध के तथा वित्तीय लाभ या प्रकार के उपेक्षा किए बिना केवल दया भावना से सहायता करता है।
गोल्डन आवर का तत्पर तत्परता का मतलब दुर्घटना के बाद प्रथम 1 घंटा की अवधि से है जिसके दौरान तत्कालिक उपचार से घायल व्यक्ति की जीवन रक्षा की सर्वाधिक संभावना बनी रहती है।सड़क दुर्घटना में मदद करने वाला गुड सेमेरिटन सुभाष कुमार को प्रोत्साहन राशी एवं प्रशस्ति पत्र देने वाला गिरिडीह ज़िला पूरे झारखण्ड में पहला ज़िला बना। 19 फरवरी को गिरिडीह जिला के देवरी थाना अंतर्गत एक सड़क दुर्घटना हुई थी।इस दुर्घटना में गंभीर रुपसे से घायल व्यक्ति को सुभाष कुमार द्वारा सुनहरे घंटे में ही इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी पहुंचाया गया ।इस संबंध में देवरी थाना प्रभारी द्वारा सुभाष कुमार को गुड सेमेरिटन (नेक नागरिक ) के रुप में पुरस्कृत करने का आवेदन जिला परिवहन कार्यालय में उपलब्ध कराया। जिला परिवहन पदाधिकारी रोहित सिन्हा के निर्देशानुसार जिला सडक सुरक्ष प्रबंधक वाज़िद हसन ने सुभाष कुमार को गुड सेमेरिटन में पुरस्कृत करने एवं प्रोत्साहन राशि पांच हजार रुपये देने की अनुशंसा की।