संस्कृत में सांस्कृतिक प्रस्तुति से छात्रों ने मोहा मन
संस्कृत में सांस्कृतिक प्रस्तुति से छात्रों ने मोहा मन
संस्कृत सिर्फ भाषा ही नहीं एक क्रांति है, एक विचार : डॉ राहुल कुमार
संस्कृत भाषा के उत्थान में ही हमारी संस्कृति का उत्थान है : प्राचार्य रविंद्र रविदास
एसएस+2 हाई स्कूल पतरातू में शिक्षिका नीतू कुमारी के नेतृत्व में संस्कृत दिवस पर अनूठा कार्यक्रम आयोजित
डीजे न्यूज, रामगढ़ : एसएस+2 हाई स्कूल पतरातू रामगढ़ के प्रांगण में मंगलवार को संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मारवाड़ी कॉलेज रांची के सहायक प्राध्यापक
डॉसंस्कृत सिर्फ भाषा ही नहीं एक क्रांति है, एक विचार राहुल कुमार तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के अतिथि प्राध्यापक डॉ. जगदम्बा प्रसाद सिंह मौजूद थे। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया जिसमें विद्यालय के सभी शिक्षकों ने भाग लिया। विद्यालय की संस्कृत शिक्षिका श्रीमती नीतू कुमारी ने संस्कृत दिवस का भव्य आयोजन कर सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों के द्वारा संस्कृत भाषा में ही करवाया। श्लोकवाचनप्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम पुरस्कार काजल कुमारी, द्वितीय पुरस्कार श्रीति कुमारीऔर तृतीय पुरस्कार सुरभी कुमारी को दिया गया। छात्रों ने संस्कृत गीत, नृत्य और नाटक का मंचन और प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संस्कृत भाषा में बनाए गए शिक्षण सामग्री ने भी मुख्य अतिथियों का ध्यान आकर्षित किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथियों ने संस्कृत भाषा के महत्व के विषय में बताया कि सन् 1969 से श्रावण पूर्णिमा के दिन अर्थात रक्षाबंधन के दिन संस्कृत दिवस मनाया जाता है। सिर्फ संस्कृत दिवस ही अंग्रेजी तिथि से न मनाकर हिन्दी तिथि से मनाते हैं। संस्कृत सिर्फ भाषा ही नहीं एक क्रांति है, एक विचार है।प्राचार्य रविंद्र रविदास ने अपने समापन भाषण में कहा कि संस्कृत भाषा के उत्थान से ही हमारी संस्कृति का उत्थान है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी संस्कृत भाषा पर काफी जोर दिया गया है। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक और शिक्षिकाएँ प्रमोद प्रकाश सिंह, डा. अंजय कुमार, विनेश्वर महतो, निर्मला कुमारी, श्वेता कुमारी, फैजान मलिक, रवि रंजन सिंह, नूर आलम, विनोद कुशवाहा, सुप्रिया रानी आदि मौजूद थे।