स्वच्छ व कदाचार मुक्त परीक्षा कराने को ले बनी रणनीति
डीजेन्यूज डेस्क : आगामी 24 मार्च से प्रारंभ होने वाले मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 के परीक्षा के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। उपायुक्त ने कहा कि कदाचार मुक्त एवं स्वच्छ माहौल में परीक्षा संपन्न किया जाए ताकि किसी भी प्रकार का कोई परेशानी ना हो विधि व्यवस्था का संचालन अच्छे ढंग से होने चाहिए। मैट्रिक की परीक्षा प्रथम पाली तो इंटर की परीक्षा द्वितीय पाली में होगी। उपायुक्त ने स्वच्छ एवं कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने के लिए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने परीक्षा के लिए प्रतिनियुक्त स्टैटिक एवं उड़नदस्ता दंड अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए। उपायुक्त ने परीक्षा केंद्रों में समय पर प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका पहुंचाने के लिए सभी तैयारी पूर्व में ही पूरी कर लेने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि सभी परीक्षा केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। तथा मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा हेतु चयनित सभी केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में बेंच-डेस्क सीसीटीवी, पेयजल एवं शौचालय की सुविधा अनिवार्य होगी। साथ ही कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन के उद्देश्य से सभी संबंधित अधिकारियों को उनकी जिम्मेवारी सौंपी गई है ताकि कदाचार मुक्त परीक्षा का संचालन किया जा सकें।
दण्डाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति
मुख्य सचिव, झारखण्ड, रांची एवं अध्यक्ष झारखण्ड अधिविद्य परिषद् द्वारा प्राप्त निदेश के आलोक में माध्यमिक व इंटरमीडिएट परीक्षा को कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन एवं विधि व्यवस्था बनाये रखने हेतु परीक्षा केंद्र पर स्टैटिक दण्डाधिकारी, स्टैटिक पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र बल, प्रश्व पत्र सह गश्ती दण्डाधिकारी और प्रश्न पत्र सह पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को अपने-अपने कर्त्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन करने का निदेश दिया गया है। आज की बैठक में सभी दण्डाधिकारियों व केंद्राधीक्षकों को उनके द्वारा निर्वहन किये जाने वाले कर्त्तव्यों की जानकारी दी गई। साथ ही केंद्राधीक्षकों को अपने-अपने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापित कराने व उनकी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने, परीक्षार्थियों के लिए पेयजल की व्यवस्था, कमरे में पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था, दिव्यांग परीक्षार्थी समेत सभी परीक्षार्थियों के लिए शौचालय व अन्य मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। सभी को परीक्षा से संबंधित प्रश्न-पत्र, उत्तर-पुस्तिका को सील करने व उनकी पैकेटिंग की जानकारी दी गई।