भूपेंद्र सिन्हा की याद में सरकारी स्कूलों के चार सौ बच्चोंं के बीच स्टेशनरी बांटी
भूपेंद्र सिन्हा की याद में सरकारी स्कूलों के चार सौ बच्चोंं के बीच स्टेशनरी बांटी
कोरोना योद्धाओं को सम्मानित कर किया उसरी नदी के महत्व पर बच्चों के बीच की चर्चा
डीजे न्यूज, गिरिडीह : उसरी बचाओ अभियान की कोर कमिटी की सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता कुसुम सिन्हा के दिवंगत पति भूपेंद्र प्रसाद सिन्हा की जयंती के उपलक्ष में विभिन्न सरकारी विद्यालयों के लगभग 400 बच्चों के बीच स्टेशनरी का वितरण किया गया। इस दौरान इन बच्चों के बीच उसरी नदी के महत्व पर चर्चा की गई।
सर्वप्रथम इस अभियान की शुरुआत कोरोना योद्धाओं को सम्मानित कर उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। कोरोना काल में जब परिज़ानों ने साथ छोड़ दिया तब इन देवदूत क्रमश: रामजी प्रसाद यादव, मिथुन चंद्रवंशी, रोकी नवल, लखन गुप्ता, राजेश सिन्हा ने गिरिडीह में अनगिनत शवों का विधिवत अंतिम संस्कार किया था।
सामग्री वितरण का कार्यकर्म की शुरूआत प्राथमिक विद्यालय बरमसिया से की गई। यहां लगभग 60 बच्चों के बीच कॉपी, कलम, चॉकलेट, बिस्कुट आदि का वितरण किया गया।
इस विद्यालय के बाद प्राथमिक विद्यालय अरगाघाट के 60 बच्चों के बीच उपरोक्त स्टेशनरी का वितरण किया गया। तृतीय चरण में रविदास टोला शीतलपुर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में लगभग 250 बच्चों के बीच स्टेशनरी का वितरण किया गया। मौके पर भाजपा नेता सह झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के अनुज नुनुलाल मरांडी ने स्वर्गीय भूपेंद्र प्रसाद सिन्हा को याद कर उन्हे श्रद्धांजलि दी। नुनूलाल ने बताया कि आज के दिन उनके परिवार द्वारा बच्चों के बीच उसरी नदी को बचाने को लेकर किया जा रहा जागरूकता अभियान एवं स्टेशनरी वितरण काफी सराहनीय है।
इस अवसर पर भूपेन्द्र सिन्हा की धर्मपत्नी कुसुम सिन्हा, उनके पुत्र कुमार राजीव, पुत्रवधू कुमारी रितिका, उसरी बचाओ अभियान के राजेश सिन्हा, प्रभाकर कुमार, सोमनाथ केसरी, रामजी प्रसाद यादव, कृष्ण मुरारी शर्मा,मिथुन चंद्रवंशी, लखन गुप्ता आदि उपस्थित थे।