कोचिंग डिपो में खुला अत्याधुनिक लॉन्ड्री
कोचिंग डिपो में खुला अत्याधुनिक लॉन्ड्री
डीजे न्यूज, धनबाद : गंदे बेड रोल की समस्या को दूर करने का रास्ता रेलवे ने ढूंढ लिया है। रेलवे ने धनबाद कोचिंग डिपो में अत्याधुनिक विभागीय लॉन्ड्री स्थापित की है। मंगलवार को लॉन्ड्री के संचालन की शुरुआत हुई।
यह उन्नत सुविधा शुरू में धनबाद स्थित ट्रेनों की लिनन आवश्यकताओं को पूरा करेगी, जिसकी सेवाएँ ट्रेन नंबर 13329 (गंगा दामोदर एक्सप्रेस) और ट्रेन नंबर 13331 (डीएचएन-पीएनबीई-एसजीआरएल लिंक एक्सप्रेस) पर शुरू की जा रही हैं। अत्याधुनिक तकनीक से लैस लॉन्ड्री की क्षमता 8 टन प्रतिदिन है और इसमें पर्यावरण के अनुकूल रसायनों का उपयोग किया जाता है, जो भारतीय रेलवे की स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
==ये हैं सुविधाएं:-
,,,,,120 किलोग्राम और 60 किलोग्राम की क्षमता वाली दो स्वचालित वॉशर मशीनें।
,,,,120 किलोग्राम की क्षमता वाली दो सुखाने वाली मशीनें।
,,,बेहतरीन फिनिशिंग के लिए दो भाप से गर्म की जाने वाली विशाल इस्त्री मशीनें।
,,,एक दाग हटाने वाली मशीन, जो चाय, कॉफी और रासायनिक निशान जैसे जिद्दी दागों को हटाने में सक्षम है।
,,,,कंबलों की सफाई के लिए एक पर्क ड्राई क्लीनिंग मशीन भी लगाई गई है।
,,,,सभी ऑपरेशन तीन तेल से चलने वाले स्टीम बॉयलर द्वारा संचालित होते हैं, जो दक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करते हैं।
इस वृद्धि के साथ, यात्रियों को स्वच्छता और सफाई के एक नए मानक का अनुभव होगा, जिससे उनकी यात्रा का अनुभव काफी बढ़ जाएगा।
==आठ करोड़ खर्च: इस सुविधा के लिए कुल निवेश लगभग ₹8 करोड़ है, जो यात्री सुविधाओं और परिचालन उत्कृष्टता में सुधार के लिए प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। भारतीय रेलवे यात्री आराम को प्राथमिकता देना जारी रखता है और स्वच्छता और सेवा की गुणवत्ता में नए मानक स्थापित करने के लिए समर्पित है।