*सीता की प्रतिष्ठा दांव पर, निशिकांत-विजय को सीट बचाने की चुनौती

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संथाल में चुनाव प्रचार थमा, मतदान एक जून को
निशु भदानी, गिरिडीह : लोकसभा आम चुनाव के अंतिम और सातवें चरण में होने वाले मतदान को ले झारखंड के तीन सीटों पर चुनाव प्रचार गुरुवार संध्या पाँच बजे थम गया। झारखंड के तीनों सीट संथाल परगना में एक जून को मतदान होना है जिसके लिए 48 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार थम गया है। बताते हैं कि अंतिम चरण में संथाल के गोड्डा, राजमहल और दुमका सीट में मतदान होना है।

सीता सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर

तीन सीट में होने वाले मतदान में एक सीट दुमका भी है जहाँ से झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सह पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की भाभी सीता सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर है। सीता दुमका से झामुमो छोड़ भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं वही उनके विरुद्ध में झामुमो ने अपने परिवार से किसी अन्य सदस्य को न उतारते हुए पार्टी के विधायक पूर्व मंत्री नलीन सोरेन पर दांव खेला है। सीता के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभा की वहीं नलीन के समर्थन में सीता की छोटी गोतनी कल्पना मुर्मू सोरेन ने कई सभा की है। ऐसे में दुमका सीट पर सीता की प्रतिष्ठा दांव पर है। ज्ञात हो कि सीता जामा विधानसभा से तीन बार झामुमो के टिकट पर विधायक का चुनाव जीतते आ रही हैं।

निशिकांत-विजय को सीट बचाने की चुनौती

गोड्डा से चुनाव लड़ रहे भाजपा के तेजतर्रार सांसद निशिकांत दुबे को अपनी सीट बचाने की चुनौती है। वे तीन बार से यहाँ सांसद हैं वहीं उनके विरुद्ध कांग्रेस के टिकट पर पोड़याहाट से विधायक प्रदीप यादव मैदान में हैं। राजमहल सीट से झामुमो के दो बार के सांसद विजय हांसदा मैदान में हैं। वे हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं लेकिन उनके लिए मुसीबत झामुमो से ही बगावत कर चुनाव लड़ रहे विधायक लोबिन हेम्ब्रम खड़ा कर रहे हैं। वही भाजपा ने यहाँ से ताला मरांडी को उम्मीदवार बनाया है। ज्ञात हो कि विजय हांसदा के पिता स्व थॉमस हांसदा भी कांग्रेस के टिकट से यहाँ चुनाव लड़ते रहे थे और सांसद बनते थे। भाजपा को राजमहल से जीत का स्वाद चखने को नहीं मिला है। ऐसे में गोड्डा से निशिकांत और राजमहल से विजय को अपनी सीट बचाने की चुनौती है।

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