सिदो- कान्हू का आंदोलन आजादी का सबसे बड़ा आंदोलन था : ज्ञानरंजन
डीजे न्यूज, टुंडी, धनबाद : हूल दिवस के अवसर पर ग्रामीण भाजपा जिला अध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा ने पूर्वी टुंडी के बिस्वाडीह में स्थित सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि देश में आजादी की पहला लड़ाई आदिवासी भाई तिलका मांझी ने लड़ी थी। जब अंग्रेजो ने उन्हें शहीद कर दिया तो वीर पुरुष सिदो-कान्हू, चांद-भैरव ने आजादी की इस लड़ाई को आगे बढ़ाया। अंग्रेजों को पानी पिलाते हुए आज ही दिन भोगनाडीह में बीस हजार साथियों के साथ शहीद हो गए।आज उनको नमन करना मतलब उन बीस हजार शहीदों को नमन करना है।उन्होंने कहा कि हम सभी को भी अन्याय और शोषण के खिलाफ लड़ना चाहिए। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य जेबा मरांडी, फिरोज दत्ता, संदीप हंसदा, नोहो सोरेन , विजय दास के अलावा सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।