सेवा और सामाजिक कार्य भी है अध्यात्म : सत्संगानंद जी महाराज
सेवा और सामाजिक कार्य भी है अध्यात्म : सत्संगानंद जी महाराज
रामकृष्ण विवेकानंद सेवाश्रम टुंडी में दैनिक जीवन में अध्यात्म विषय पर भक्त सम्मेलन आयोजित, भाजपा नेता ज्ञान रंजन सिन्हा समेत सैकड़ों गणमान्य लोग हुए शामिल
डीजे न्यूज, टुंडी, धनबाद : रामकृष्ण विवेकानंद सेवाश्रम टुंडी के परिसर में दैनिक जीवन में अध्यात्म विषय पर रविवार को भक्त सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य ज्ञान रंजन सिन्हा भी मुख्य रूप से शामिल हुए। भक्त सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए बिहार व झारखंड भाव प्रचार परिषद के उपाध्यक्ष स्वामी श्री श्री सत्संगानंद जी महाराज ने कहा कि सिर्फ पूजा, पाठ, ध्यान में लगे रहना ही अध्यात्म नही है। अपने जीवन में सेवा, प्यार, सामाजिक कार्य में लगे रहना भी आध्यात्म है। उन्होंने कहा कि एक सन्यासी को भी समाज के लिए कुछ करना है, तभी उसका जीवन सफल माना जायेगा। स्वामी जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में मां का ऊंचा स्थान है। एक श्रेष्ठ मां वह है जो दूसरे के बच्चों को भी अपना बच्चा समझती है। उन्होंने कहा कि जबतक मां का बिकास नही होगा, देश का विकास नही हो सकता है।स्वामी जी ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति महान वैज्ञानिक मिसाइल मैन डॉक्टर अब्दुल कलाम जी के बातों को उद्धृत करते हुए कहा कि डा.कलाम ने कहा था कि देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान आइआइटी और आइआइएम में भी भारतीय संस्कृति की पढ़ाई होनी चाहिए। सम्मेलन में उपस्थित छात्रों को स्वामी जी ने सलाह दिया कि आप लोग चुपचाप 5 मिनट बैठो, फिर 10 मिनट फिर 20 मिनट बैठो। जब आप चुपचाप रहेंगे तब आपके मन में चिंतन आयेगा।उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और कृषि को बढ़ावा दे कर ही देश में तरक्की लाया जा सकता है। इस मौके पर प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य ज्ञान रंजन सिन्हा ने स्वामीजी को साल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के पूर्व रामकृष्ण परमहंस, मां शारदा एवं स्वामी जी के तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। दीप प्रज्वलित कर स्वामी जी ने सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया।