पीएम विश्वकर्मा योजना पर सेमिनार सह जागरुकता कार्यक्रम

0
IMG-20240212-WA0030

पीएम विश्वकर्मा योजना पर सेमिनार सह जागरुकता कार्यक्रम 

डीजे न्यूज, धनबाद : हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) सिंदरी के स्पंदन क्लब में सोमवार को पीएम विश्वकर्मा योजना पर सेमिनार सह जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार की शाखा एमएसएमई-विकास कार्यालय धनबाद के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का उदघाटन हर्ल प्रमुख सुरेश प्रमाणिक ने दीप प्रज्वलित कर किया। सहायक निदेशक एमएसएमई धनबाद सह कार्यक्रम के संयोजक सुजीत कुमार ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों को योजना से मिलने वाले लाभ, पात्रता एवं आवेदन की प्रकिया आदि के बारे में वृहद रुप से जानकारी देना एवं जागरुक करना है।

एमएसएमई-विकास कार्यालय धनबाद के सहायक निदेशक प्रभारी दीपक कुमार ने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूपरेखा से अवगत कराते हुए बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना में कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, डलिया, चटाई, झाड़ू, गुड़िया और खिलौने, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली का जाल बनाने वाले सहित 18 पारंपरिक विद्याओं में कार्य करने वाले कारीगर और शिल्पकार सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को 5 – 7 दिन का प्रशिक्षण एवं 500/- रुपए प्रतिदिन की दर से स्टाइपेंड देय होगा तथा प्रशिक्षण उपरान्त टूल किट हेतु 15 हजार रूपए ई-वाउचर के रूप में प्राप्त होंगे। प्रथम चरण में एक लाख रूपए तक का ऋण तथा द्वितीय चरण में दो लाख रूपए तक का कोलेटरल फ्री ऋण (5 प्रतिशत ब्याज की दर से) की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण प्राप्त करने पर पीएम विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र और पहचान पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। हर्ल प्रमुख सुरेश प्रमाणिक ने कहा कि भारत सरकार की ओर से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना विश्वकर्मा जयंती (17 सितंबर 23) को प्रधानमंत्री के द्वारा डिजिटली लांच की गई थी। इस योजना को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता एवं उन्नत उपकरण प्रदान करते हुए उनके व्यवसाय में बढ़ोतरी कराना है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। उन्होंने 18 पारंपरिक विद्याओं में कार्य करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों से इस योजना का लाभ लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पंजीकरण कराने का आह्वान किया। उदघाटन सत्र में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक  राजेन्द्र प्रसाद एवं एलडीएम अमित कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर), एसपीवी, रांची के वरिष्ठ प्रबंधक शशी शंकर शुक्ला ने इस योजना में रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया, पात्रता एवं मिलने वाले लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में सीएससी की ओर से एक ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें कई पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों का इस योजना के तहत पंजीकरण भी किया गया। मंच संचालन मौपिया मल्लिक, अधिकारी (सीएंडएम) हर्ल ने  किया। धन्यवाद ज्ञापन सीएससी के जिला प्रबंधक मोहम्मद अंजर हुसैन ने की। कार्यक्रम में जिले के लगभग 250 शिल्पकारों और कारीगरों ने शामिल होकर पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। शाखा एम.एस.एम.ई.-विकास कार्यालय, धनबाद के कार्मिक राकेश कुमार एवं  एस.के. झा ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग किया।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *