आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में सुधार के लिए सालखन मुर्मू ने दिल्ली में बनाया दबाव
डीजे न्यूज, दिल्ली : आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने सोमवार को सेंटर फॉर गवर्नेंस कार्यालय में झारखंड के प्रथम राज्यपाल प्रभात कुमार, जो भारत के कैबिनेट सेक्रेटरी भी रह चुके हैं, के साथ मुलाकात की। उन्हें आदिवासी स्वशासन व्यवस्था या ट्राइबल सेल्फ रूल सिस्टम (TSRS) में सुधार संबंधी जानकारी दी। उनसे आग्रह किया कि जिस प्रकार आपके नेतृत्व में सेंटर फॉर गवर्नेंस अर्थात सुशासन केंद्र कार्य कर रहा है, सेंगेल आपके सहयोग का आकांक्षी है ताकि आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में सुधार हो और उसमें जनतंत्र और संविधान लागू किया जा सके। सेंटर फॉर गवर्नेंस के अध्यक्ष प्रभात कुमार ने व्यवस्था की कमजोरियों और खामियों को समझते हुए आदिवासी समाज हित एवं राष्ट्र हित में उसमें सुधार के लिए आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया। सालखन मुर्मू के साथ शांति नारायण, जो रेलवे बोर्ड के मेंबर ट्रैफिक रह चुके हैं तथा सेंटर फॉर गवर्नेंस के सेक्रेटरी भी हैं, परिचर्चा में शामिल थे।दोनों को सेंगेल पुस्तिका एवं ज्ञापन पत्र दिया गया। मुलाकात के दौरान केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू एवं ज्योति मुर्मू शामिल थे।
पूर्व सांसद ने इसके बाद भाजपा के पूर्व केंद्रीय संगठन मंत्री एवं राष्ट्रीय चिंतक केएन गोविंदाचार्य से मुलाकात की और उनसे भी दो मुद्दों पर बातचीत की। ट्राइबल सेल्फ रूल सिस्टम में सुधार कर जनतंत्र एवं संविधान लागू करने संबंधी तथा प्रकृति पूजक आदिवासियों को सरना धर्म कोड की मान्यता प्रदान करते हुए जनगणना में शामिल करने की मांग की। उन्हें भी सेंगेल पुस्तिका दी गई। गोविंदाचार्य ने सहयोग के लिए आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि वे इन मुद्दों को लेकर अपने साथियों के बीच में चर्चा करेंगे और सहयोग करेंगे। 10 और 11 सितंबर को जब रांची और जमशेदपुर आएंगे इन विषयों पर जरूर अपनी बातों को रखेंगे। के एन गोविंदाचार्य से भी मुलाकात काफी सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक हुआ। उनके साथ मुलाकात के दौरान सुमित्रा मुर्मू एवं ज्योति मुर्मू भी शामिल थे।
पूर्व सांसद ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ उनके निवास 12, जनपथ, दिल्ली में बैठक तय है। उनसे भी हम लोग आदिवासी ट्राइबल सेल्फ रूल सिस्टम में सुधार और सरना धर्म कोड की मांग संबंधी बातचीत करेंगे।