स्कूल का रास्ता बंद, खेत में पढ़ने को मजबूर छात्र-छात्राएं
स्कूल का रास्ता बंद, खेत में पढ़ने को मजबूर छात्र-छात्राएं
दबंगों ने किया स्कूल का रास्ता बंद
डीजे न्यूज, गिरिडीह : शिक्षा का जुनून किसी भी बाधा को मात दे सकता है, इसका उदाहरण जमुआ प्रखंड के गोरो पंचायत स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय शहरपुरा के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने पेश किया है। यहां दबंगों द्वारा विद्यालय का मुख्य मार्ग बंद कर दिए जाने के कारण छात्र-छात्राएं ठंड में खेतों में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
दबंगई बनी बाधा, बच्चों की पढ़ाई ठप
करीब दस साल पहले विद्यालय जाने के लिए सड़क बनाई गई थी, जिसे 15वीं वित्त योजना के तहत फाइबर ब्लॉक से और बेहतर किया गया। लेकिन दबंगों ने हाल ही में इस सड़क को बंद कर दिया। प्रधानाध्यापक ने संबंधित अधिकारियों को बार-बार सूचना दी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला।
ठंड में खेतों में क्लास
ठंड और शीतलहर के बावजूद बच्चों ने हार नहीं मानी। शिक्षकों और छात्रों ने खेतों में क्लास लगाकर पढ़ाई शुरू कर दी। शिक्षा के प्रति उनका यह जज्बा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि सरकारी तंत्र की उदासीनता पर भी सवाल खड़े करता है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
प्रधानाध्यापक ने इस मामले की शिकायत अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास अधिकारी और थाना प्रभारी से की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की और जल्द से जल्द रास्ता खुलवाने की मांग की है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों का भविष्य अंधकार में है। यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो बच्चों और उनके अभिभावकों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
सरकार और प्रशासन कब जागेगा?
यह देखना बाकी है कि शिक्षा के प्रति इन बच्चों के अदम्य साहस और जज्बे के आगे प्रशासन कब तक मूकदर्शक बना रहता है। क्या बच्चों को उनका अधिकार और स्कूल तक पहुंचने का रास्ता मिल पाएगा?