बारिश ने नौलखा डैम के सौंदर्यीकरण व सुदृढ़ीकरण पर लगाया ग्रहण पहली
बारिश ने नौलखा डैम के सौंदर्यीकरण व सुदृढ़ीकरण पर लगाया ग्रहण
पहली बारिश में ही बह गया मेढ़, लोगों की उम्मीदों पर फिरा पानी
डीजे न्यूज राजधनवार, गिरिडीह : धनवार नौलखा डैम के सौंदर्यीकरण व सुदृढ़ीकरण के सपने पर ग्रहण लग गया है। शुक्रवार से क्षेत्र में हो रही बारिश में संवेदक द्वारा पानी रोकने के लिए आस्थाई तौर पर बनाया गया मेढ़ बह गया। डैम की सुरक्षा के लिए अस्थाई तौर पर बनाये गए इस मेढ़ के बह जाने से ठेकाटांड़ के रामजी महतो, बुधुवाडीह के जगदीश चौधरी आदि कई किसानों के एक-डेढ़ एकड़ में लगा फसल बर्बाद हो गया। किसानों के खेत मे बालू भी भर गया। 20 वर्ष पहले जब इस डैम का निर्माण हुआ था तो क्षेत्र के लोग कई तरह से लाभान्वित हुए थे। पिछले वर्ष डैम के सौंदर्यीकरण व सुदृढ़ीकरण की योजना बनी। करोड़ों रूपये के प्राक्कलन की इस योजना का स्थानीय विधायक बाबूलाल मरांडी के हाथों शिलान्यास हुआ। काम शुरू करने के क्रम में पानी कम करने के उदेश्य से डैम का कलवर्ट काटा गया तो पानी के अनियंत्रित धार में वहां मेढ़ पूरी तरह बह गया और बीस फीट से अधिक गढ़ा भी बन गया। उसे बनाने का प्रयास नहीं किये जाने से डैम का अधिकांश पानी बह गया और डैम पोखर बनकर रह गया। पिछले सप्ताह हुडको के निदेशक व पूर्व सांसद डॉ रविंद्र राय राय ने डैम की दुर्दशा के बाद त्राहिमाम संदेश देते हुए डैम की सुरक्षा के लिए चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी तो विभाग रेस हुआ। संवेदक ने काम को युद्ध स्तर पर शुरू किया लेकिन मेढ़ के बह जाने से डैम के सौंदर्यीकरण पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। इस त्वरित पहल से धनवार नगर के लोगों व पड़ोसी गांव के किसानों में उम्मीद जगी थी लेकिन निर्माण के बाद पहली ही बारिश में मेढ़ के बह जाने से लोगों की उमीद पर पानी फिर गया।