गोविंदपुर के प्रेमचंद का चयन युवा संगम में
गोविंदपुर के प्रेमचंद का चयन युवा संगम में
डीजे न्यूज, धनबाद काला हीरा की धरती धनबाद में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। जी आज हम बात कर रहे हैं गोविंदपुर प्रखंड के कुरची गांव के एक ऐसे ही होनहार प्रेम चंद साव की। प्रेमचंद का चयन चयन भारत सरकार द्वारा संचालित युवा संगम में हुआ है।
यह पहल युवाओं के लिए सात दिवसीय एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर केंद्रित है। इसमें एक-दूसरे की विरासत, संस्कृति, रीति-रिवाज, परंपरा, व्यंजनों, भाषाओं, कला, शिल्प, संगीत में डूबकर भारत की विविधता को समझने और पहचानने में सक्षम बनाता है। व्यवसाय और भारतीय होने में एकता और महानता की अंतर्निहित भावना को पहचानने की है।
प्रधानमंत्री हमारे देश की प्रतिभा की सराहना करने और उसे बढ़ावा देने से कभी पीछे नहीं हटे।
प्रेम चंद ने खास बातचीत में बताया कि अपनी माय-माटी की छाप हरियाणा में छोड़ कर आया हूं। झारखंड की खानपान पर आधारित स्वरचित कविता हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को सुनाया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य के विकास हेतु अपनी पहचान को बचाए रखना चाहिए और सराहना किया। उन्होंने कई पुस्तकें भेंट कर मुझे और हमारे टीम को सम्मानित किया जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं। साथ ही हरियाणावासियों के विविधताओं को बारिकी से समझकर झारखंड राज्य के युवाओं के लिए इनोवेशन और इंटरप्रिन्योरशिप को बढ़ावा देने में लगातार प्रयासरत रहा हूं और उम्मीद है आगे भी रहूंगा। प्रेमचंद ने अपने चयन के लिए राज्य के नोडल अधिकारी, आईआईआईटी रांची की पूरी टीम, भारत सरकार के सहयोगी मंत्रालयों, शिक्षा मंत्रालय का आभार प्रकट किया है।