जेएलकेएम समर्थकों को पुलिस ने शव के साथ कंपनी गेट जाम करने से रोका

0

जेएलकेएम समर्थकों को पुलिस ने शव के साथ कंपनी गेट जाम करने से रोका 

थाना परिसर में मृतक सुपरवाइजर के परिजनों से वार्ता कराकर 12 लाख रुपये मुआवजा देने पर बनी सहमति 

डीजे न्यूज, पूर्वी टुंडी, धनबाद : उड़ीसा में काम करने गए देवघर जिले के एक युवा सुपरवाइजर बलराम महतो की मौत हो गई थी। पिता एवं अन्य परिजन युवक का शव लेकर उड़ीसा से देवघर जा रहे थे। इस दौरान जेएलकेएम के समर्थक उसी कंपनी की पूर्वी टुंडी शाखा के कैंप कार्यालय गेट को मृत युवा श्रमिक के शव के साथ जाम करने पहुंच गए। पूर्वी टुंडी थाना प्रभारी ने गेट जाम करने से रोक दिया। थाना परिसर में मृतक के परिजनों, जेएलकेएम के नेताओं एवं कंपनी के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता कराई। वार्ता में 12 लाख रुपए मुआवजा राशि देने पर सहमति बनी। तत्काल एक लाख रुपऐ दिए गए। बाकी पैसे बाद में दिए जाएंगे। इसके बाद परिजन शव लेकर देवघर रवाना हो गए।

मृतक युवक के पिता सुखदेव महतो ने बताया कि उनका एकमात्र कमाऊं पुत्र बलराम महतो उम्र लगभग 24 वर्ष उड़ीसा स्थित कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था। 23 अगस्त की रात को कंपनी प्रबंधन कि ओर से उसे सूचना दी गई कि सड़क दुर्घटना में उसका पुत्र घायल है और अस्पताल में भर्ती है। तत्काल वे उड़ीसा आ जाएं। सुखदेव अपने कुछ साथी के साथ दूसरे दिन उड़ीसा गए। वहां उन्हें पुत्र के मौत हो जाने के बारे में पता चला। कंपनी प्रबंधन की सहायता से शव का पोस्टमार्टम कराया। दाह संस्कार के लिए कंपनी ने पचास हजार रुपए तत्काल देते हुए एंबुलेंस की सहायता से शव को देवघर भेजने की व्यवस्था की। मुआवजे की राशि दाह संस्कार के बाद आकर ले जाने को कहा। इधर इस घटना की सूचना जेएलकेएम के सदस्यों को मिली। सभी उसी कंपनी की शाखा जो क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रही थी के शंकरडीह स्थित कैंप में शव के साथ गेट जाम करने पहुंच गए। इधर पूर्वी टुण्डी थाना प्रभारी मदन चौधरी को जब इसकी भनक लगी तो वे तत्काल दल-बल के साथ शंकरडीह कंपनी के कैंप के पास पहुंचे और लोगों को गेट जाम करने से रोका। कंपनी प्रबंधन से मुआवजा राशि दिलाने पर पूर्वी टुंडी थाना में कंपनी प्रबंधन, मृतक के परिजन एवं जेएलकेएम नेता विदेश दां, मनीष राय, किर्तन मंडल सहित अन्य की उपस्थिति में वार्ता हुई। मृतक के परिजनों को बारह लाख रुपए मुआवजा राशि देने पर सहमति बनी। इसमें से एक लाख रुपए तत्काल एवं ग्यारह लाख रुपए दस दिनों के अंदर देने का लिखित समझौता कंपनी प्रबंधन एवं मृतक स्वजनों के बीच हुआ।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *