जड़ी बूटी वितरण व पौधरोपण कर पतंजलि परिवार मनाएगा आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
पतंजलि परिवार गिरिडीह की आवश्यक कार्यकर्ता बैठक पार्श्वनाथ आईटीआई इंस्टीट्यूट बक्सीडीह रोड में हुई । बैठक की अध्यक्षता झारखंड प्रांत के प्रांतीय प्रभारी रामजीवन पांडे कर रहे थे। विषय प्रवेश करते हुए भारत स्वाभिमान न्यास के जिला प्रभारी नवीनकांत सिंह से ने बताया कि आज गिरिडीह में कार्यकर्ता बैठक की गई। आज प्रांतीय प्रभारी तथा राज्य के सक्रिय कार्यकर्ता अमित उपस्थित हुए। बैठक में पतंजलि परिवार के सदस्य गण शामिल हुए। बैठक में कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई जिसमें मुख्य रुप से आचार्य शिरोमणि बालकृष्ण जी का जन्म दिवस 4 अगस्त को जड़ी-बूटी वितरण व वृक्षारोपण तथा आयुर्वेद का प्रचार प्रसार करके मनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही रक्षाबंधन का त्योहार सावन महोत्सव के रूप में बनाने जिसमें पतंजलि परिवार की बहनें भाइयों कलाई में राखी बांधकर रक्षाबंधन मनाने का निर्णय लिया गया।
राज्य प्रभारी रामजीवन पांडे ने भारतीय शिक्षा बोर्ड का गठन के बारे में जानकारी दी गई। 16 अगस्त से सहयोग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर लगाने को कहा गया। महिलाओं तथा युवा युवतियों को जोड़ने की बात कही। बताया गया कि युवा स्वस्थ रहने के साथ साथ आने वाले दिनों में योग के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करें। जिस प्रकार की षड्यंत्र असामाजिक तत्व द्वारा रचा जा रहा है उसे रोकना जरूरी है। प्रखंड में जिला प्रभारी का प्रवास कर प्रखंड कार्यसमिति को सक्रिय करना। कई प्रखंडों के प्रखंड प्रभारी का चुनाव किया गया। जैसे जमुआ में प्रखंड प्रभारी के रूप में रजनीश सहाय , मधुबन में प्रखंड प्रभारी के रूप में महेंद्र प्रसाद जी को चुना गया। इसी प्रकार सतीश चंद्रवंशी, आंनद चौरसिया, दयानन्द जायसवाल को जिला कार्यकारणी सदस्य बनाया गया। भानू प्रताप खत्री को मैट्रिक के बोर्ड परीक्षा में 94 प्रतिशत लाने पर भारत स्वभिमान द्वारा सम्मानित किया गया।
संगठन के कार्यकर्ताओं को प्रत्येक दिन अपने घर पर हवन यज्ञ करने तथा बच्चों को सनातन धर्म की रक्षा हेतु तिलक चंदन लगाने को बढ़ावा देने की बात कही गई।
आज के कार्यक्रम में पतंजलि परिवार के कार्यकर्ता जिला प्रभारी नवीन सिंह, युवा प्रभारी रणधीर गुप्ता, कार्यकारिणी सदस्य प्रखर गुप्ता, एक्टिव कार्यकर्ता सपना राय, रेखा सिन्हा, सीमा लाल, महामंत्री प्रेमलता अग्रवाल,
ब्रजकिशोर गुप्ता, उत्कर्ष गुप्ता, रेखा गुप्ता, महेंद्र प्रसाद, श्यामदेव प्रसाद, रामदेव महतो, कोलेश्वर प्रसाद, अम्बर प्रसांत आदि मौजूद थे।