संवैधानिक अधिकारों का हनन है वन नेशन वन इलेक्शन: प्रकाश विप्लव 

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संवैधानिक अधिकारों का हनन है वन नेशन वन इलेक्शन: प्रकाश विप्लव 

डीजे न्यूज, धनबाद: वन नेशन वन इलेक्शन की बात करने वाली केंद्र सरकार देश के फेडरल चरित्र को कमजोर कर रही है। यह केवल पांच साल तक चुने जाने वाली सरकार के संवैधानिक अधिकारों का हनन ही नहीं बल्कि विविधताओं से भरे इस देश में तानाशाही निजाम लाने की लोकतंत्र विरोधी एजेंडा है। यह बातें सीपीआइ (एम) के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहीं। वह सिंदरी के बासुदेव आचार्य नगर गुरुद्वारा हाल में आयोजित पार्टी के दो दिवसीय जिला सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित वन नेशन वन इलेक्शन की अवधारणा को सीपीएम सहित अन्य लोकतांत्रिक दल इसके खिलाफ अभियान चला रहे हैं। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार विपक्षी दलों के विरोध को दरकिनार कर वन नेशन वन इलेक्शन का प्रस्ताव कैबिनेट से पास करा लिया है, जिसका डटकर विरोध होगा। सम्मेलन के अंतिम दिन रविवार को विशेष सत्र में पार्टी के महासचिव दिवंगत सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी ग ई। जिला सचिव संतोष घोष ने तीन वर्षों के कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। प्रतिवेदन पर जिले के 29 प्रतिभागियों द्वारा लेखा जोखा पर चर्चा की गई । सम्मेलन में  जिला कमिटी में 25 सदस्यों को निर्वाचित किया गया।  पुन: संतोष घोष को जिला  सचिव चुना गया। सम्मेलन के अंत में स्वागत समिति के अध्यक्ष डा. काशीनाथ चटर्जी ने प्रतिनिधियों और चुने गए नई कमिटी का स्वागत किया। स्वागत समिति के सचिव  विकास कुमार ठाकुर ने सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। सभा को माकपा के वरिष्ठ नेता गोपीकांत बक्सी, भाकपा माले के सुरेश प्रसाद, कांग्रेस के अजय कुमार ने संबोधित किया।

अध्यक्ष मंडली के सुरेश गुप्ता, माया लायक, बगुला धर तथा मुख्य रूप से राज्य सचिव प्रकाश विप्लव,  समीर दास, काशी नाथ चटर्जी, गोपी कांत बक्सी,  सुंदरलाल महतो आदि मौजूद थे । संचालन संतोष  घोष व रामकृष्ण पासवान कर रहे थे। धन्यवाद ज्ञापन

अध्यक्ष काशी नाथ चटर्जी ने की।

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