अब पशुपालकों के दरवाजे पर जाकर पशुओं की चिकित्सा करेंगे पशु चिकित्सक
अब पशुपालकों के दरवाजे पर जाकर पशुओं की चिकित्सा करेंगे पशु चिकित्सक
इसके लिए राज्यभर में 236 मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट्स व कॉल सेंटर खोलेगी सरकार
डीजे न्यूज, धनबाद : केन्द्रीय योजना अन्तर्गत राज्य में पशुपालकों के द्वार पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने हेतु राज्य में 236 मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट्स का संचालन किया जाना है। जिसके तहत 236 मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट्स का शुभारम्भ कार्यक्रम एवं कॉल सेन्टर का उदघाटन आने वाले समय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा पशुपालन निदेशालय भवन, हटिया, रांची में किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से चिकित्सालय से दूर रहने वाले पशुपालकों को भी उनके द्वार पर निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान की जाएगी। मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट्स के माध्यम से पशुओं की चिकित्सा, माइनर सर्जरी, सैंपल कलेक्शन, बीमारी के रोकथाम, प्रचार-प्रसार एवं विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों की सूचना भी पशुपालकों तक पहुंचाई जाएगी। योजना के संचालन एवं अनुश्रवण हेतु राज्य स्तर पर सचिव की अध्यक्षता में गठित स्टेट मॉनिटरिंग यूनिट, जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित डिस्ट्रिक्ट मॉनिटरिंग यूनिट एवं प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड पशुपालन पदाधिकारी की अध्यक्षता में गठित ब्लॉक मॉनिटरिंग यूनिट के द्वारा की जाएगी।
==कार्यप्रणाली: किसान द्वारा 1962 पर कॉल किया जाएगा।कॉल एक्जीक्यूटिव द्वारा पशुपालकों से बीमार पशुओं का लक्षण संबंधी विवरण लिया जाएगा। कॉल सेन्टर के पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा लक्षण के आधार पर बीमारी का वर्गीकरण किया जाएगा। वर्गीकरण के अनुसार मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट के पशुचिकित्सक को सूचना प्रेषित की जाएगी। बीमार पशुओं के चिकित्सा हेतु मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट पशुपालक के पास जाएगी। उपचार के साथ सभी विवरण दर्ज किए जायेंगे। आवश्यकतानुसार नमूना संग्रह किया जाएगा। रिपोर्ट की ऑनलाईन प्रविष्टि की जाएगी।