कुख्यात पिंकू पांडेय और आशीष साह की न्यायालय में हुई पेशी
डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह व्यवहार न्यायालय में शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था कुछ बदला नज़र आ रहा था।पुलिस बल की तैनाती चारो ओर थी।दिन के करीब 12 बजे लोहरदगा और खूंटी की पुलिस कड़ी सुरक्षा में दो लोगों को न्यायालय में पेश किया। इनमें कुख्यात पिंकू पांडेय और जेलर पर फायरिंग करने वाला आशीष साह था। दोनों को जिला जज वन गोपाल पांडेय की अदालत में पेश किया गया। इन दोनों के अलावा पाकुड़ जेल में बंद मंजेश मंडल, दुमका सेंट्रल जेल में बंद लोकी रविदास और गिरिडीह सेंट्रल जेल में बंद आयुष फगेड़िया शामिल था।साथ ही दो जमानत पर बाहर आरोपित गोपाल और रियाज शामिल था।सभी के खिलाफ ताराटांड़ थाना क्षेत्र में हुए बिजली राजस्व वसूली शिविर में डकैती कांड में आरोप गठन किया गया है। न्यायालय में सभी को आरोप पढ़कर सुनाया गया।सभी आरोपितों ने आरोप से इंकार किया।इस मामले में गवाही के लिए अगली तारीख 10 नवंबर रखी गई हैं।आरोप गठन के बाद पिंकू पांडेय को लोहरदगा और आशीष को वापस खूंटी ले जाया गया।दोनों को विशेष सुरक्षा बल के साथ वाहन से लाया गया था।
–सभी आरोपितों का है लंबा आपराधिक इतिहास
-न्यायालय में जिन आरोपितों का आरोप गठन किया गया।उन सभी आरोपितों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। पिंकू पांडेय पर करीब एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें हाई कोर्ट से डॉ दीपक बगेड़िया आवास डकैती कांड में आजीवन कारावास की सजा को बरकरार रखा गया है।इस मामले में उसका पुराना साथी लोकी रविदास पर भी वही मामले हैं। साथ ही अपहरण, बैंक और पेट्रोल पंप में डकैती के कई मामले हैं। वहीं आयुष फगेड़िया पर भी डकैती, लूट समेत अन्य मामले दर्ज है। जेलर प्रमोद कुमार पर बीते 21 जुलाई को जानलेवा हमला करने के उद्देश्य से फायरिंग करने के मामले में सुर्खियां में आया आशीष साह पर भी आठ आपराधिक मामले है। ये सभी मामले डकैती,जानलेवा हमला और आर्म्स एक्ट के हैं।मंजेश मंडल साइबर अपराध में जेल से निकलने के बाद डकैती की ओर रुख किया। वहीं अन्य पर कई मामले दर्ज हैं।