स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों से प्रेरणा लेने की जरूरत : अमरजीत सिंह सलूजा

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स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों से प्रेरणा लेने की जरूरत : अमरजीत सिंह सलूजा 

देशभक्ति गीतों ने देशप्रेम की भावना को किया प्रबल तो नाट्य प्रस्तुतियों ने स्वतंत्रता संग्राम को किया जीवंत 

सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल में धूमधाम से मनाया गया 78वां स्वतंत्रता दिवस

डीजे न्यूज, गिरिडीह :

सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल में 78वां स्वतंत्रता दिवस गुरुवार को बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के चेयरमैन अमरजीत सिंह सलूजा ने ध्वजारोहण कर की। इसके बाद राष्ट्रगान गाया गया, जिससे माहौल देशभक्ति से भर उठा।

इस अवसर पर छात्रों ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसमें नृत्य, नाट्य प्रस्तुति और देशभक्ति गीतों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। करीब 300 छात्रों ने इन प्रस्तुतियों में भाग लिया, जिससे कार्यक्रम में विविधता और भव्यता का रंग चढ़ गया। नृत्य प्रदर्शन में भारतीय संस्कृति के विभिन्न रंगों को प्रस्तुत किया गया, जबकि नाट्य प्रस्तुतियों में स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न पहलुओं को जीवंत किया गया। इसके साथ ही, देशभक्ति गीतों ने श्रोताओं के दिलों में देशप्रेम की भावना को और प्रबल कर दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमरजीत सिंह सलूजा के साथ स्कूल के निदेशक जोरावर सिंह सलूजा और रमनप्रीत कौर सलूजा, प्राचार्या ममता शर्मा, उप-प्राचार्य सुरज कुमार लाला, और वरिष्ठ प्रशासक रूपा मुद्रा भी उपस्थित थे।

मन्मीत सलूजा, सतविंदर सिंह सलूजा, रश्मि सिंह सलूजा, हरदीप कौर, ध्रुव सोनतालिया, विभा सोनतालिया, विकास खेतान, शीतल गौसारिया, सिद्धार्थ जैन, प्रमोद अग्रवाल, रूबी खेतान और डॉ. सुमन के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में अमरजीत सिंह सलूजा ने कहा, “स्वतंत्रता दिवस हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों की याद दिलाता है। हमें उनके संघर्षों से प्रेरणा लेते हुए देश की उन्नति और विकास के लिए कार्य करना चाहिए। हमारी नई पीढ़ी को यह समझना होगा कि स्वतंत्रता का मूल्य क्या है और इसे बनाए रखने के लिए हमें एकजुट होकर कार्य करना चाहिए।”

विद्यालय की प्राचार्या ममता शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “स्वतंत्रता दिवस केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह अवसर है अपने कर्तव्यों को याद करने का। हमारे छात्रों ने आज जो प्रस्तुति दी है, वह यह दर्शाता है कि वे न केवल शिक्षा में बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उत्कृष्ट हैं। हमें गर्व है कि हम ऐसे छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।”

समारोह के अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस मौके पर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया।

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