मुरारी बापू ने मानिकबाद के पंडित किशोर उपाध्याय को गुजरात में किया सम्मानित

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डीजे न्यूज, गिरिडीह :
गिरिडीह जिला के देवरी प्रखंड अंतर्गत ग्राम मानिकबाद के पंडित किशोर कुमार उपाध्याय को गुजरात (महुआ) में संत श्री मोरारी बापू के यहां देव भाषा संस्कृत में अपना संभाषण देने के लिए पुरस्कृत किया गया। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय संत मोरारी बापू के यहां प्रत्येक वर्ष तुलसी जयंती के अवसर पर पांच दिवसीय कथाकार सम्मेलन का आयोजन होता है। इस भव्य आयोजन में पूरे भारतवर्ष से विभिन्न राज्यों से संस्कृत के एवं हिंदी के विशिष्ट विद्वानों को बुलाया जाता है। इस बार झारखंड झारखंड के गिरिडीह जिला के मानिकबाद गांव से दो विद्वानों पंडित किशोर कुमार उपाध्याय एवं पंडित अमित कुमार उपाध्याय को गुजरात सम्मेलन में बुलाया गया था। पंडित किशोर कुमार उपाध्याय ने रामायण की सप्रसंग व्याख्या करते हुए एवं बाल्मीकि रामायण के ऊपर संस्कृत में धाराप्रवाह बोलते हुए वहां उपस्थित सभी विद्वानों को आश्चर्यचकित कर दिया। सभी विद्वानों ने हर्ष से पंडित किशोर कुमार उपाध्याय की ताली बजाकर प्रशंसा की। पूज्य संत श्री मोरारी बापू ने भी पंडित किशोर कुमार उपाध्याय को साधुवाद देते हुए पुरस्कृत किया और कहा कि आप प्रत्येक वर्ष इस सम्मेलन में संभाषण करने के लिए आते रहें। गौरतलब है कि पंडित किशोर कुमार उपाध्याय के पिता पंडित भगवान उपाध्याय इस क्षेत्र के बहुत ही विशिष्ट कथाकार थे एवं संस्कृत के प्रकांड विद्वान भी थे। यह पुरस्कार उन्हीं के आशीर्वाद का प्रतिफल है। जब पंडित किशोर से पूछा गया कि आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देते हैं तो किशोर ने कहा कि मैं अपनी सफलता का सारा श्रेय सर्वशक्तिमान ईश्वर को देता हूं। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए संपूर्णके मार्गदर्शन करने का श्रेय मेरे बड़े भैया डॉo विनोद कुमार उपाध्याय को जाता है। उन्होंने कहा कि स्वयं बड़े भैया डॉo विनोद कुमार उपाध्याय भी कई बार मोरारी बापू के यहां जाकर संस्कृत में संभाषण किए हैं और पुरस्कृत हो चुके हैं। इसी कड़ी में मुझे भी इसबार श्री मोरारी बापू के यहां बुलाया गया था और मैंने अपने क्षेत्र का यथासंभव नाम रौशन करने का प्रयत्न किया। किशोर जी ने मुरारी बापू के आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि मोरारी बापू जैसे व्यक्ति ईश्वर के अवतार की तरह हैं जो भारतीय सनातन संस्कृति एवं रामकथा को पूरे विश्व में एक नया आयाम प्रदान कर रहे हैंl कार्यक्रम के संयोजक एवं विशिष्ट विद्वान पंडित शिवाकांत मिश्र के अथक प्रयास की भी किशोर ने प्रशंसा एवं सराहना की l साथ ही साथ अपने छोटे भाई अमित उपाध्याय के सहयोग एवं साथ को भी अपनी सफलता का श्रेय दिया। इस विशिष्ट उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र के लोग अत्यंत प्रसन्न हैं एवं
उपाध्याय को हजारों लोग बधाई प्रत्येक दिन दे रहे हैं।

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