दोपहरिया मातम के साथ मुहर्रम का त्योहार शुरू

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डीजे न्यूज,
लोयाबाद, धनबाद : कत्ले हुसैन असल में मरगे यजिद है। इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद। शनिवार से दोपहरिया मातम के साथ मुहर्रम का त्योहार जोश व खरोश के साथ शुरु हो गया ।मुहर्रम की सातवीं तारीख को दोपहरिया मातम के रूप में मनाया जाता है।  मुहर्रम का त्योहार हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाई जाती है। लोयाबाद सात नंबर आठ नंबर पांच नंबर छः नंबर मदनाडीह कनकनी बांसजोडा लोयाबाद कोक प्लांट पावर हाउस आदि जगहों  के इमामबाडों पर निशान खड़े किए गए। इमामबाडों पर नौजवान महिला बच्चे बूढ़े सभी जूटे। फातिहा खानी हुई। जिन लोगों का अलम (निशान) था खड़ा किये। आज के दिन फातिहा के बाद जो मन्नतें मांगी जाती है वह पूरी होती है। फातिहा खानी के बाद पूरा इलाका या अली या हुसैन या हुसैन के नारों से गुंज उठा । लोयाबाद सात नंबर इमाम बाडे पर फातिहा खानी के बाद मस्जिद के इमाम अब्दुल खालिक कादरी ने इमाम हुसैन के सदके में देश के अमनो अमान तरक्की खुशहाली एकता व अखंडता के लिए सामूहिक दुआएं मांगी। आज के दिन जिन लोगों की मन्नतें पूरी होती हैं वह पैक लगते हैं। तीन सालों के बाद मनाया जा रहा मुहर्रम का त्योहार को लेकर लोगों में काफी जोश व खरोश है। नौजवानों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। यूं तो बकरीद का त्योहार खत्म होते ही मुस्लिम मोहल्लों में मुहर्रम का डंका बजना शुरू हो जाता है। अखाडियों द्वारा अखाड़ों में नुमाइशी खेलों का प्रदर्शन करने के लिए देर रात तक प्रेक्टिस करते रहते हैं। मुस्लिम कमिटी के अध्यक्ष इम्तियाज अहमद महामंत्री असलम मंसूरी ने लोगों से मुहर्रम का त्योहार शांतिपूर्ण माहौल में हर्षोल्लास के साथ मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पैक व अखाड़े के निगरानी की जिम्मेदारी 16 पंचायतों के पदाधिकारियों को सौंपी गई है। मौके पर गुलाम जिलानी सदर जावेद अफसर सचिव सज्जाद राशीद,सलाउद्दीन ,मोकिम अंसारी साबिर अंसारी आदि मौजूद थे।

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