सांसद ढुलू ने पारंपरिक वस्त्र क्षेत्र में कौशल विकास के मुद्दे को सदन के समक्ष रखा
सांसद ढुलू ने पारंपरिक वस्त्र क्षेत्र में कौशल विकास के मुद्दे को सदन के समक्ष रखा
झारखंड में युवाओं और वंचित वर्गों के लिए यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है : ढुलू महतो
डीजे न्यूज, धनबाद : सांसद ढुलू महतो ने पारंपरिक वस्त्र क्षेत्र में कौशल विकास के मुद्दे को सदन के समक्ष रखा है। उनके द्वारा लोकसभा में पूछे गए सवालों पर सरकार ने अहम जानकारी साझा की है। वस्त्र मंत्रालय ने “समथथ योजना” के अंतर्गत झारखंड में कौशल विकास और पारंपरिक उद्योगों के लिए किए गए कार्यों का ब्योरा दिया है। वस्त्र मंत्री के जवाब के अनुसार, झारखंड में समथथ योजना के तहत 21 प्रशिक्षण केंद्र कार्यरत हैं, जहां पिछले तीन वर्षों में कुल 3,263 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। इसमें महिलाओं की संख्या 3,049 है, जबकि अनुसूचित जाति (SC) के 490 और अनुसूचित जनजाति (ST) के 1,173 लोग लाभान्वित हुए हैं। मंत्री ने बताया कि समथथ योजना का उद्देश्य पारंपरिक वस्त्र क्षेत्र में कौशल विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। इस योजना में वंचित सामाजिक समूहों जैसे महिलाओं, अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को प्राथमिकता दी जाती है। वित्तीय जानकारी साझा करते हुए सरकार ने बताया कि झारखंड में समथथ योजना के तहत पिछले तीन वित्तीय वर्षों में कुल 223.95 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वर्ष 2021-22 में 85.69 करोड़ रुपये, 2022-23 में 23.27 करोड़ रुपये, 2023-24 में 114.99 करोड़ रुपये खर्च किये गए। योजना के तहत डिजिटल प्लेटफॉर्म और बायोमेट्रिक सिस्टम के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रमों की निगरानी की जाती है ताकि अधिक पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित हो सके। सांसद ढुलू ने इस उपलब्धि पर कहा कि झारखंड के युवाओं और वंचित वर्गों के लिए यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है। मेरा प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले।