जनप्रतिनिधि होने पर सास और देवर को नहीं मिल रहा था

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जनप्रतिनिधि होने पर सास और देवर को नहीं मिल रहा था 

अबुआ आवास तो पनमुनि टुडू ने छोड़ दी वार्ड सदस्य की कुर्सी

डीजे न्यूज, गिरिडीह : झारखंड सरकार द्वारा गरीबों को अबुआ आवास देने की घोषणा और उसकी शर्त जनप्रतिनिधियों को इसका लाभ लेने में बाधा बनने लगा है। मंगलवार को जिले के बेंगाबाद प्रखंड के भण्डारीडीह पंचायत की वार्ड सदस्य पनमुनि टुडू ने अबुआ आवास का लाभ लेने के लिए अपना त्याग पत्र बीडीओ निशा कुमारी को सौप दी है। बताते हैं कि काफी गरीबी में जी रही भंडारीडीह पंचायत के दिघरिया खुर्द की मोतीलाल हांसदा की पत्नी पानमुनि टुडू ने बड़े उम्मीद से दो वर्ष पूर्व पंचायत चुनाव लड़ी थी और जीती थी, ताकि वो भी अपने समाज की सेवा कर सके लेकिन उसकी मंशा सरकार की एक आदेश से धाराशाई हो गई। जब सरकार ने गरीबों को अबुआ आवास देने की घोषणा की लेकिन उसके साथ यह शर्त जोड़ दी कि जनप्रतिनिधियों के परिवार को इसका लाभ नहीं मिलेगा। इधर मंगलवार को अपना त्याग पत्र देते हुए पानमुनि टुडू ने बताया कि अबुआ आवास की सूची में उसके देवर का नाम है लेकिन सरकार के प्रावधान के तहत उनलोगों को अबुआ आवास लेने में वार्ड सदस्य होने के कारण दिक्कत हो रही थी। इसलिए त्याग पत्र दे रही हूँ। कहा कि उनके देवर ओर सास दोनों उनके परिवार से अलग रहते हैं। उसके बाद भी आवास आवंटन में दिक्कत हो रही थी। उन्होंने बीडीओ को त्याग पत्र देते हुए अपने देवर और सास को अबुआ आवास आवंटन करने की गुहार लगाई है।

 

जांच कराई जा रही : बीडीओ

 

बेंगाबाद बीडीओ सुश्री निशा कुमारी ने बताया कि किसी भी सरकारी कर्मी और जनप्रतिनिधियों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलना है, ऐसा प्रावधान है। वहीं पानमुनि के त्यागपत्र के बारे में उन्होंने बताया कि एक ही राशन कार्ड में सभी सदस्य होंगे तो योजना का लाभ नहीं मिलेगा। राशन कार्ड अलग होगा तो योजना का लाभ मिल जाएगा। इनके राशन कार्ड की जाँच करवा ली जा रही है। कार्ड बना है या नहीं, या कार्ड में सभी सदस्य एक साथ है। मामले की जांच करवाई जा रही है।

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