ढाई साल में भी नहीं बना मनरेगा कूप, लाभुक ने कूप भरने की मांगी अनुमति
ढाई साल में भी नहीं बना मनरेगा कूप, लाभुक ने कूप भरने की मांगी अनुमति
वेंडर और विभागीय उदासीनता से योजना का बुरा हाल
डीजे न्यूज, गिरिडीह : भेंडर व विभागीय उदासीनता के कारण मनरेगा से बन रहे सिचाई कूप जानलेवा कूप बनने लगा है। इधर इससे नाराज सिचाई कूप के लाभुक ने बेंगाबाद बीडीओ को आवेदन देकर कूप का निर्माण पूर्ण करवाने या कूप को मिट्टी से भरकर समतल करने की गुहार लगाई है। बताते हैं कि वर्ष 2022-2023 में मनरेगा एक्ट से बेंगाबाद प्रखंड के भण्डारीडीह पंचायत में मिठू दास को लगभग चार लाख की लागत से सिचाई कूप मिला था। इसका निर्माण मनरेगा एक्ट के तहत होना था। मनरेगा के नियमानुसार लाभुक ने मनरेगा मजदूरों से कार्य करवाते हुए कूप की खुदाई 35 फीट कर भी दी जिसके एवज में उसे लगभग सत्तर हजार रु की भुगतान की गई। कूप की बंधाई के लिए सामग्री की आपूर्ति भेंडर को करना था जिससे कूप की बंधाई हो सके लेकिन लापरवाही के कारण सामग्री की आपूर्ति नही सकी और न ही कूप की बंधाई हो सकी। इससे पिछ्ले तीस माह से अर्धनिर्मित कूप जनलेवा बन गया है। पिछले ढाई वर्ष में भी कूप का निर्माण पूर्ण नहीं होने से लाभुक को परेशानी हो रही है वही बरसात में कूप के धंसने की भी संभावना बन रही है। बताते चलें कि मनरेगा मनरेगा के द्वारा सरकार स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराती है जिसमे योजना की कुल राशि मे साठ प्रतिशत राशि मजदूरी भुगतान करना होता है।
बच्ची समेत कई जानवर गिर के हुए घायल
उक्त अर्धनिर्मित कूप में पिछले तीस माह के दौरान एक बार लाभुक मिठू दास की बेटी गिर के घायल हो चुकी है, जिसे काफी मशक्कत से निकाला गया था जबकि आस-पास के कई जानवर उसमें गिरते रहते हैं। उक्त अर्धनिर्मित कूप अब जनलेवा बनने लगी है।
योजना की जानकारी नहीं : रोजगार सेवक
रोजगार सेवक भीम महतो ने कहा कि हम लाभुक को नहीं जानते हैं। मेरे आने के बाद मुझसे उनकी कोई बात नहीं हुई है। इस योजना के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
राशि का है अभाव : बीपीओ
मनरेगा बीपीओ सतीश कुमार ने कहा कि सामग्री मद में राशि का अभाव है। राशि का आवंटन होते ही कूप की बंधाई शुरू कर दी जाएगी, लेकिन यह कब तक होगा नहीं कह सकते हैं।
योजना की जानकारी नहीं, जाँच करवाएंगे : बीडीओ
बीडीओ निशा कुमारी ने कहा कि इस संबंध में मेरे पास कोई जानकारी नहीं है। मामले की जानकारी लेते हुए जांच करवा लेते हैं।