बेघर हुए लोगों के आंसू पोंछने मधुबन पहुंचे विधायक
डीजेन्यूज डेस्क : वन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बाद छत विहीन हुए पीड़ितों का दर्द समझने शनिवार को गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू मधुबन पहुंचे। विधायक को देखते हुए पीडितों ने रोते हुए अपनी व्यथा सुनाई। मौके विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों से मानवीय मूल्यों के आधार पर पीडितों की सहायता करने की बात कही। साथ ही साथ कहा कि पार्टी की तरफ से भी उनकी सहायता की जायेगी।
मालूम हो कि वन विभाग की टीम ने वन विभाग का जमीन बताकर कोरिया बस्ती में वर्षों से रह रहे एक दिव्यांग वृद्धा सहित अन्य दो लोगों के आशियाने को उजाड़ दिया है। घटना शुक्रवार सुबह की है। इस कार्रवाई के बाद साॅशल मीडिया पर इस घटना की खूब निंदा हो रही हैं वहीं वन विभाग पर तरह तरह के आरोप भी लग रहे हैं।
पीड़ितों के दर्द को समझने शनिवार को विधायक पहुंचे तथा सभी से बात की। इस दौरान विधायक ने कहा कि पशासन का एक मानवीय स्वरूप भी होता है। जंगल बचाने की जरूरत है लेकिन इस तरह का कृत्य को मानवीय मूल्यों के आधार पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। जिन लोगों का घर तोड़ा गया है उनके समक्ष कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गयी। बर्तन, कपडें सभी जमींदोज हो गए हैं।
विधायक ने उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों से मानवीय आधार पर सहायता करने की बात कही है। जहां एक ओर अधिकारियों से क्षति पूर्ति की बात कही वहीं आगे कहा कि पार्टी की तरफ से भी तत्काल सहायता के रूप में नगद राशि दी जायेगी।
अंत में विधायक ने कहा कि वन विभाग ने अपनी जमीन पर अपने दावे को स्थापित करने के लिए जो भी कर्रवाई की वह मानवीय दृष्टिकोण से उचित नहीं था। मानवीय दृष्टिकोण से मामले को देखने जरूरत थी। वरीय अधिकारियों के अनुसार यह मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित है।