मंत्री बादल ने गिरिडीह में लहराया तिरंगा, गिनाई सरकार की उपलब्धियां, सात महिलाओं को मिनी ट्रैक्टर भेंट किया

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डीजे न्यूज, गिरिडीह : 74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम स्थल झंडा मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि मंत्री, कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता बादल पत्रलेख ने झंडा मैदान में ध्वजारोहण किया। उन्होंने जिलेवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी। मंत्री बादल पत्रलेख ने झंडा मैदान में आयोजित परेड का निरीक्षण किया। साथ ही परेड में शामिल सभी जवानों का उत्साहवर्धन किया। मंत्री ने जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्र एवं छात्राओं/लोगों को प्रशस्ति पत्र/सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया तथा जिले के विकास योजनाओं की जानकारी दी।

14 विभागों ने निकाली झांकी

झंडा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में कुल 14 विभागों के द्वारा झांकी की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान झांकी प्रस्तुति में समाज कल्याण विभाग को प्रथम स्थान, सूचना व जनसंपर्क को द्वितीय तथा कृषि विभाग को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। मंत्री ने सभी विजेताओं को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा परेड में शामिल एसएसबी बटालियन 36 को प्रथम, सीआरपीएफ बटालियन को द्वितीय तथा कारमेल स्कूल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। मंत्री के द्वारा परेड में शामिल सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। मंत्री बादल ने मंच से स्वयं सहायता समूह की 7 महिलाओं को मिनी ट्रैक्टर भेंट किया। 49वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी 2022 में गिरिडीह जिला के 3 सदस्य छात्र टीम द्वारा प्रस्तुत (स्वास्थ्य एवं स्वच्छता) प्रदर्श को राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले तीनों छात्रों को मंत्री ने प्रशस्ति पत्र/सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। प्रशस्ति पत्र प्राप्त करने वाले छात्रों में मोहम्मद अयान अफरोज वर्ग:-10, सोनू कुमार, वर्ग:-10 तथा कृष्णा कुमार, वर्ग:- 10 (प्लस टू उच्च विद्यालय पचंबा गिरिडीह) को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री बादल ने कहा कि

राष्ट्र निर्माण के सपने को साकार करने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले झारखण्ड के सपूत बिरसा मुण्डा, बीर सिद्ध-कान्हु चाँद-भैरव, निलाम्बर- पिताम्बर सहित उन तमाम वीरों को मैं नमन करता हूँ जिन्होंने देश के लिए हँसते-हँसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए।

गिरिडीह की जिस पावन धरती पर में खड़ा हूँ वह ज्ञान और तपस्या की धरती रही है। जैन तीर्थंकरों के 24 अवतारों में से 20 तीर्थंकरों का संबंध इस धरती से रहा है। इस धरती को सजाने सवारने में समाज के हर वर्ग का योगदान रहा है। खनिजों से परिपूर्ण, वन क्षेत्रों से आच्छादित यह धरती विश्व पटल पर अलग पहचान रखती है। महान वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चन्द्र बसु एवं महान सांख्यिकीविद प्रो. पी.सी. महालनोबिस का संबंध भी गिरिडीह की धरती से रहा है। समाज के सभी वर्गों को हर सम्भव आर्थिक सहायता, समाजिक एवं राजनीतिक अवसर की समानता, युवाओं को रोजगार प्रदान करना, महिला सुरक्षा, कृषि कार्य एवं जिले का सर्वांगीण विकास करना हम सबका दायित्व है। हम सभी गरीबों और विकास से वंचित व्यक्तियों को समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हम सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुँचाने में अथक रूप से लगे हुए हैं। यह वर्ष सुखे का वर्ष रहा है, लेकिन हमारी सरकार ने किसानों के चेहरे पर खुशियाँ लाने के लिए किसानों के खाते में सीधे 3500 रूपये देने का काम किया है। हमने केन्द्र सरकार से भी विशेष पैकेज की मांग की है।

आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम एवं अन्य विकासात्मक योजनाओं के साथ राज्य के विकास की रूप-रेखा तैयार की गई थी। राज्य सरकार द्वारा तय की गई नीतियों एवं योजनाओं के अनुरूप ही इस जिला के विकास के प्रति हम संकल्पित एवं समर्पित हैं और इसी के तहत जिला प्रशासन द्वारा जमीनी स्तर पर विकास के प्रयास किए गये, जिसमें विकास योजनाओं से वंचित लाभुकों को लाभ दिया गया।

इस मौके पर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने गिरिडीह जिले की उपलब्धियों को रखा।

विभिन्न विभागों की यह रही उपलब्धियां

स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के उपचार के लिए जिले में कुल चार स्थानों पर कोविड केयर सेन्टर स्थापित किया गया है। वैश्विक महामारी कोविड़ – 19 से बचाव के उद्देश्य से जिले में कुल 9,48,598 की संख्या में लोगों के कोरोना से संबंधित जॉच किये गये, जिसमें से कुल 9265 व्यक्ति संक्रमित पाये गये थे। अभीतक कुल 21,55,924 डोज कोरोना टीकाकरण किया गया है। सदर अस्पताल, गिरिडीह में 92 आई.सी.यू. बेड एवं 983 ऑक्सीजन स्पोर्टेड बेड उपलब्ध है। गिरिडीह जिले में सदर अस्पताल सहित चार स्थानों पर PSA Plant अधिष्ठापित की गई है। साथ ही सदर अस्पताल, गिरिडीह में डायलेसिस सेंटर की स्थापना की गई है। मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के अन्तर्गत 107 मरीजों के ईलाज हेतु संबंधित अस्पतालों को 3,35,87,937.00 (तीन करोड़ पैंतीस लाख सतासी हजार नौ सौ सैंतीस रुपये) उपलब्ध कराये गये हैं।

विशेष केन्द्रीय सहायता / जिला योजना अनाबद्ध निधि / जिला खनिज फाउण्डेशन ट्रस्ट के अन्तर्गत महत्वपूर्ण स्वीकृत योजनाओं का संलेख

विशेष केन्द्रीय सहायता में कुल 20 करोड़ रुपये आवंटन प्राप्त हुआ, जिसमें से विभिन्न प्रक्षेत्रों क्रमशः शिक्षा, सिंचाई एवं जल संरक्षण, सम्पर्कता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रक्षेत्र में योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।

वित्तीय वर्ष में 2022-23 में जिला योजना अनाबद्ध निधि में कुल 8.59 करोड़ रुपये आवंटन प्राप्त हुआ, जिसमें से विभिन्न प्रक्षेत्रों क्रमशः शिक्षा, सिंचाई एवं जल संरक्षण, सम्पर्कता, आधारभूत संरचनाओं में योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।

जिला खनिज फाउण्डेशन ट्रस्ट अन्तर्गत विभिन्न प्रक्षेत्रों क्रमशः शिक्षा, सिंचाई एवं जल संरक्षण, सम्पर्कता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रक्षेत्र में योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।

गिरिडीह जिले के सभी प्रखण्डों के एक-एक विद्यालयों में विज्ञान के गूढ रहस्यो को सरलता से समझाने हेतु Science Park परियोजनाओं के क्रियान्वयन की स्वीकृति दी गई है, सभी परियोजनाओं का कार्य पूर्ण है, जिसकी लागत 276.482 लाख रुपये है।

गिरिडीह जिला के सभी प्रखण्डों के एक-एक विद्यालयों में विज्ञान केन्द्र विकसित करने हेतु STEM Education” ( Science, Technology, Engineering & Mathematics) परियोजनाओं के क्रियान्वयन की स्वीकृति दी गई है, जिसका अधिष्ठापन एवं प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण है, जिसकी लागत 181.584 लाख रुपये है। उक्त विज्ञान केन्द्र के माध्यम से विषयों को वैज्ञानिक तकनीक से समझाना आसान होगा। जिससे छात्रों का सर्वागीण विकास हो सके। गिरिडीह जिला अन्तर्गत पीरटांड प्रखण्ड में वन क्षेत्र कचड़ा से ईधन केक तैयार करने हेतु Briquetting Plant परियोजना का अधिष्ठापन कराया गया है। बगोदर एवं बेंगाबाद प्रखण्ड में Tomato Processing Unit, बिरनी प्रखण्ड में Spice Processing Unit & जमुआ प्रखण्ड में Pulse Processing Unit परियोजनाओं का कार्यान्वयन कराया गया है। जिसकी लागत 128.938 लाख रुपये है। जिससे स्थानीय कृषकों को अतिरिक्त आय के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित हो रहे है। गिरिडीह जिला अन्तर्गत विभिन्न प्रखण्डों के 179 विद्यालयों के बारवेड वायर से घेराबंदी / वायो फेंसिंग का कार्य कराया गया है। गिरिडीह जिला अन्तर्गत तिसरी, गांवा, देवरी, पीरटांड, डुमरी प्रखण्डों में सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना एवं कौशल विकास द्वारा रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित किये गये है।

गिरिडीह प्रखण्ड अन्तर्गत अजीडीह स्थित नेत्रहीन विद्यालय में Self Learning Braille 20 Devices के माध्यम से Smart Class की स्थापना कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।

गिरिडीह जिला अन्तर्गत 13 प्रखण्डों के 14 स्थानों पर जल जनित रोगों से मुक्ति हेतु RO शुद्ध पेयजलापूर्ति वाटर ए.टी.एम. का अधिष्ठापन किया गया है, जिसकी लागत 152.775 लाख रुपये है।

गिरिडीह जिला अन्तर्गत गिरिडीह प्रखण्ड में महतोडीह पुलिस पिकेट, पीरटांड प्रखंड के चतरों में पर्वतपुर स्कुल के निकट सुरक्षा प्रक्षेत्र में बैरक के साथ पेयजलापूर्ति, किचन शेड, शौचालय का निर्माण तथा मधुबन पारसनाथ शिखर पथ में Protection Work का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विभिन्न सुरक्षा कैम्पों में क्रमशः न्यू पुलिस लाईन, बस स्टेण्ड के समीप सी. आर.पी.एफ. कैम्प एवं लटकट्टों आई0आर0बी0 पुलिस पिकेट में बैरक का निर्माण कराया गया है।

समाज कल्याण विभाग

सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना : कक्षा 8, 9, 10, 11 एवं 12वी. के कुल 47,451 बालिकाओं को 191302500/- उनीस करोड़ तेरह लाख दो हजार पाँच सौ रूपये भुगतान सीधे उनके खाते में किया गया है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना:- मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत सभी प्रकार के राशन कार्डधारी एवं मतदाता सूची में दर्ज कन्याओं को उनके विवाहोपरान्त एक मुश्त 30,000/- रु० की राशि दी जाती है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 530 लाभकों को रू० 1,59,00,000.00 (एक करोड़ उनसठ लाख रूपये) Payee ID के माध्यम से उनके खाते में भुगतान कर दी गई है।

गर्म पोशाक योजना

आँगनवाड़ी केन्द्रों एवं लघु आँगनवाड़ी केन्द्रों में उपस्थित होने वाले 03 से 06 वर्ष के कुल 72,967 बच्चों को प्रति बच्चा 2 गर्म पोशाक की दर से कुल 1,45,934 गर्म पोशाक वितरण किया गया है।

बाल प्रायोजन योजना

बाल प्रायोजन के तहत अनाथ बच्चें, कोवीड़ के दौरान अपने माता-पिता को खो चुके बच्चे अथवा वैसे बच्चे जिनके पिता का मृत्यु हो गया है या शत प्रतिशत विकलांग है या HIV से ग्रसित परिवार के बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए 2000 /- रू प्रतिमाह उनके खाते में सहायता राशि दी जाती है। अब तक जिले में 215 बच्चों को लाभ दिया जा चुका है।

सामाजिक सुरक्षा

राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम अन्तर्गत इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय विधवा पेंषन योजना, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय दिव्यांग पेंषन योजना, राज्य योजनान्तर्गत मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना, मुख्यमंत्री राज्य निराश्रित महिला सम्मान पेंशन योजना, मुख्यमंत्री राज्य आदिम जन-जाति पेंशन योजना, मुख्यमंत्री राज्य HIV/AIDS पीड़ित व्यक्ति सहायतार्थ के लिए राज्य सुरक्षा पेंशन योजना तथा स्वामी विवेकान्द निःशक्त स्वावलम्बन प्रोत्साहन योजना के तहत कुल 2,36,005 पेंशनधारी हैं इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रतिमाह 1000/- (एक हजार) रूपये की दर से कुल मो0 2,28,24,87,000/- (दो अरब अठाईस करोड़ चौबीस लाख सडसठ हजार) रूपये का पेंशन भुगतान नियमित रूप में ऑन-लाईन के माध्यम से कर दिया गया है। राष्ट्रीय परिवार हित लाभ योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष- 2022-23 में माह दिसम्बर, 2022 तक कुल 301 लाभुकों के बीच 20000/- (बीस हजार रूपये की दर से कुल- 60,20,000/- (साठ लाख बीस हजार) रूपये का भुगतान ऑन-लाईन के माध्यम से कर दिया गया है। सर्वजन पेंशन योजनान्तर्गत कुल 87880 लाभुकों को आच्छादित करते हुए प्रति माह 1000 /- (एक हजार) रूपये की दर से माह जनवरी 2023 का पेंशन भुगतान किया गया है।

झारखण्ड आजीविका मिशन

गिरिडीह जिला में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 13 प्रखण्डों में गरीब तथा अति गरीब महिलाओं को सखी मंडल से जोड़ा जा रहा है. जिसमें जिले में अब तक कुल 18414 सखी मंडलों का गठन किया जा चुका हैं तथा कुल 238900 परिवारों को भी जोड़ा गया है। 1515 महिला ग्राम संगठनों तथा 67 महिला संकुल संगठनों का गठन किया जा चुका है जिसमें वित्तिय समावेशन के तहत 17041 सखी मंडलों को चक्रिय निधि के रूप में 26.15 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। साथ ही सामुदायिक निवेश निधि के तहत 15012 सखी मंडलों को 80.23 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। इसके अतिरिक्त 16002 सखी मंडलों का बैंक लिंकेज के रूप में कुल 401.23 करोड़ रूपये की राशि दी गई है।

सखी मंडलों को अनेक प्रकार के आजीविका संवर्द्धन कार्य से जोड़ा गया है जिसमें कुल 160815 किसान विभिन्न खेती के 12 कार्य से जुड़े हैं तथा सखी मंडल से जुड़ी महिलायें प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार से जुड़ी हैं जिसमें मुर्गीपालन, बत्तखपालन, बकरीपालन, शूकर पालन तथा गाय पालन प्रमुख है। जिले में Non-Farm गतिविधि के अन्तर्गत 35 उत्पाद का उत्पादन किया जा रहा है और नये 03 उत्पाद दो माह के अन्दर जुड़ जायेंगे। अब तक 13 प्रखण्डों में कुल 21 पलास मार्ट खुल चुके हैं जिससे अबतक 5.5 करोड़ रुपये का होलसेल तथा खुदरा बिक्री का लक्ष्य प्राप्त किया गया है। जिले के बेंगाबाद तथा जमुआ प्रखंड में JICA-JHIMDI के तहत सूक्ष्म टपक सिंचाई तकनीक से 2253 किसानों के द्वारा खेती में अधिक फसल पैदावार प्राप्त किया जा रहा हैं।

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना अन्तर्गत कुल 3448 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण के उपरांत रोजगार से जोडा गया है।

SVEP परियोजना के अन्तर्गत बेंगाबाद एवं डुमरी प्रखण्ड में नये उद्यम की स्थापना के लिए कुल 4.65 करोड़ रूपये लाभार्थियों को प्रदान की गई है।

जिले में 2 वन-धन विकास केन्द्र की स्थापना की गई है। जिले में 3 उत्पादक कम्पनी बनाये गये हैं जिसके अन्तर्गत किसानों को खाद-बीज, तकनीकी मदद और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

आपूर्ति

गिरिडीह जिले में वित्तीय वर्ष 2021-22 में धान अधिप्राप्ति योजना अन्तर्गत 65 पैक्सों के माध्यम से धान अधिप्राप्ति लगभग 222484.90 क्विंटल, कुल लाभान्वित किसानों की संख्या 3347 हैं, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) मद में किसानों को लगभग 2.25 करोड़ की गई राषि भुगतान किया गया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य 1940 रुपये प्रति क्वींटल (साधारण धान) 1960 प्रति क्वींटल (ग्रेड ए धान) एवं बोनस 110 रुपये प्रति क्वींटल सरकार द्वारा दिया जा रहा है। पेट्रोल सब्सिडी अनुदान योजना पेट्रोल- पेट्रोल सब्सिडी अनुदान योजना के तहत् सभी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 एवं झारखण्ड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना से अच्छादित सभी लाभूकों जिनके पास दो पहिया वाहन है, उन्हें प्रति माह अधिकतम 250 रुपये सब्सिडी सीधे लाभुक के खाते में PFMS के माध्यम से दियाजायेगा ।

शिक्षा

गिरिडीह जिला के राज्य स्तरीय आकांक्षा कार्यक्रम के तहत् मेडिकल पठन हेतु 02 छात्र एवं इंजिनियरिंग के लिए 08 छात्राओं का चयनित हुए है। गिरिडीह जिला में माध्यमिक विद्यालयों में इतिहास एवं नागरिक शास्त्र विषय के कुल 83 स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति की गयी है। जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य-पुस्तक खाद्यान्न एवं लेखन सामग्री घर-घर जाकर वितरित किया गया है। Digi Sath कार्यक्रम के माध्यम से 1,30,000 बच्चों तक ऑन लाईन शिक्षा एवं शिक्षकों के प्रयास से लगभग 900 विद्यालयों में 1,00,000 बच्चों को मोहल्ला क्लास के जरिये शिक्षा दिया जा रहा है। 1,33,000 बच्चों को डी.बी.टी. के माध्यम से उनके बैंक खाते में पोशाक की राशि उपलब्ध करायी गई है।

कल्याण विभाग

गिरिडीह जिला अंतर्गत अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ी जाति प्री मैट्रीक एवं प्रवेशिकोतर छात्र / छात्राओं को कुल 12116.96 लाख रुपये छात्रवृति भुगतान किया गया। अल्पसंख्यक कब्रिस्तान घेराबन्दी में गिरिडीह जिला में कुल 221.19 लाख रुपये से 19 अल्पसंख्यक कब्रिस्तान की घेराबन्दी का कार्य किया जा रहा है। अनुसूचित जनजातियों के जाहेरथान घेराबन्दी में गिरिडीह जिला में कुल 538.18 लाख रुपये से 27 जाहेरथान की घेराबन्दी का कार्य किया जा रहा है। अनुसूचित जनजातियों के लिए मांझी हाउस निर्माण में गिरिडीह जिला में कुल 61.17 लाख रुपये से 08 मांझी हाउस निर्माण का कार्य किया जा रहा है।

जिला ग्रामीण विकास अभिकरण

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2021-22 तक कुल लक्ष्य-107444 (एक लाख सात हजार चार सौ चौवालीस) आवासों की स्वीकृति दी जा चुकी है, जिसमें से 93776 (तिरान्वे हजार सात सौ छिहतर) आवासों को पूर्ण कर लिया गया है। शेष आवास का कार्य प्रगति पर है। 2. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना:- मनरेगा अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए स्वीकृत श्रम बजट 85.265 लाख मानव दिवस के विरूद्ध माह जनवरी – 2023 तक कुल 65.03 लाख मानव दिवस सुजित किये गये है तथा 16454.44 लाख रू0 व्यय किया जा चुका है। माह जनवरी के श्रम बजट 80.15 लाख मानव दिवस के विरूद्ध 65.03 लाख मानव दिवस की उपलब्धि प्राप्त कर लिया गया है। मनरेगा अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 15354 योजनायें ली गयी है तथा वर्तमान में 86245 योजनायें कियान्वित है। वित्तीय वर्ष 2021-22 तक 237163 योजनाओं को पूर्ण कर लिया गया है। मनरेगा 17 अन्तर्गत कुल जॉब कार्ड धारियों की संख्या 498316 है जिसमें से कुल 179736 परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है एवं 591 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार प्रदान किया जा चुका है तथा डी०बी०टी० के माध्यम से 69.33 प्रतिशत मजदूरों को भुगतान किया गया है ।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन योजना

रूर्बन मिशन अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 तक 95167000 (नौ करोड़ इक्कावन लाख सड़सठ हजार) रू० व्यय किया जा चुका है श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन अन्तर्गत भण्डारीडीह क्लस्टर में जिला पशुपालन गिरिडीह द्वारा 150 लाभुकों को बकरा एवं 10 लाभुकों को सुकर वितरण किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु 22 आँगनबाडी केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण एवं बौद्धिक विकास के साथ खेलकुद हेतु सामग्री प्रदान की गई है। खेल-कुद Facility भवन का निर्माण कराया गया है। 07 पंचायतों ( भण्डारीडीह, मंगरोडीह, पाण्डेयडीह, सिहोडीह, सिरसिया, परसाटांड एवं करहरबारी) में Multipurpose Community Hall का निर्माण कराया गया है। भण्डारीडीह कलस्टर के 9 पंचायतों में आवगमन के लिए पी०सी०सी० एवं पेवर ब्लॉक का निर्माण किया गया है। साथ ही 300 सोलर स्ट्रीट लाईट का अधिष्ठापन कराया गया है।

कृषि विभाग

राज्य योजनान्तर्गत बिरसा बीज उत्पादन, विनिमय वितरण तथा फसल विस्तार योजना अन्तर्गत, बीज विनिमय वितरण कार्यक्रम योजना अन्तर्गत जिले में संकर / प्रमाणित गेहूँ 1799.00 क्विं0, चना 79.80 क्विं0, मसूर 100.00 क्वि० एवं सरसों 100.00 क्विं0 90 प्रतिशत् अनुदानित दर पर पैक्सों / जे०एस०एल०पी०एस०एफ०पी०ओ० के माध्यम से किसानों के बीच वितरण किया गया एवं 9769 किसान लाभान्वित हुए राज्य योजना अन्तर्गत बिरसा फसल बिस्तार योजना अन्तर्गत संकुल प्रत्यक्षण कार्यक्रम योजना अन्तर्गत प्रमाणित चना बीज 375.00 क्वि०, संकर मक्का 37.50 क्वि० एवं INM/IPM शतप्रतिशत अनुदान पर वितरण किया गया।

राज्य योजना अन्तर्गत बिरसा फसल बिस्तार योजना अन्तर्गत संकुल प्रत्यक्षण कार्यक्रम योजना अन्तर्गत प्रमाणित चना बीज 375.00 क्वि०, संकर मक्का 37.50 क्वि० एवं INM/IPM शत्प्रतिशत अनुदान पर वितरण किया गया तथा 6514 किसान लाभान्वित हुए हैं।

मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना (MSRY ) अन्तर्गत 102051 किसानों के बीच आनुग्राहिक राहत राशि कुल 35,71,78,500.00 (पैंतीस करोड़ एकहत्तर लाख अठहत्तर हजार पाँच सौ) रूपये प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से हस्तानान्तरण किया गया है।

आच्छादनगेंहूँ 10,274 हे0, मक्का 268, दलहन 11,523 हे0 एवं तेलहन 20,536 हेक्टेयर में आच्छादन किया गया।

मत्स्य

कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (मत्स्य प्रभाग) के अन्तर्गत जिला मत्स्य कार्यालय गिरिडीह को पंचवर्षीय योजना प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनाअंतर्गत प्रमुख योजनाओं का लक्ष्य निम्न प्रकार है कार्प हैचरी- 4, बायोफ्लोक- 8, रियरिंग तालाब निर्माण – 7, ग्रो आउट तालाब निर्माण -24, जलाशयों में केज निर्माण 63, मिनी फिस फिड मिल-1, तिपहिया वाहन के साथ आईस बॉक्स- 5 एवं राज्य योजना अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के मद में रियरिंग तालाब निर्माण योजना-3 नाव-2. महाझींगा पालन-2 मछली सह बत्तख पालन-3 का लक्ष्य।

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